कुपोषण को सुपोषण में बदलने के लिए सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता - संपतिया उईके
एनीमिया और कुपोषण से मुक्ति तक जारी रहेगा ’सेम फ्री मंडला’ अभियान - कलेक्टर हर्षिका सिंह
जिला योजना भवन में मनाया गया पोषण महोत्सव
Syed Javed Ali
मण्डला - कुपोषण के अभिशाप को सुपोषण के वरदान में बदलने के लिए सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता है। शासन, प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में जनप्रतिनिधियों और समुदाय को भी अपनी सहभागिता करनी चाहिए। यह बात राज्यसभा सांसद संपतिया उईके ने जिला योजना भवन में आयोजित पोषण महोत्सव में कही। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती मरावी, नगरपालिका अध्यक्ष पूर्णिमा शुक्ला, नगरपालिका उपाध्यक्ष गिरीश चंदानी, कलेक्टर हर्षिका सिंह, अपर कलेक्टर मीना मसराम सहित अन्य जनप्रतिनिधि, संबंधित विभागों के अधिकारी, लाड़ली लक्ष्मी बालिकाएं तथा उनकी माताएं उपस्थित रहीं। संपतिया उईके ने कहा कि कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए माताओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। गर्भवती माताओं के पोषण में बरती गई लापरवाही का दुष्परिणाम बच्चे को पूरी उम्र भुगतना पड़ता है। उन्हांेने कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे कुपोषण मुक्ति अभियान में सहभागिता के लिए आमजन को प्रेरित करें। राज्यसभा सांसद ने सेम-फ्री मंडला अभियान के तहत् किए गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस अभिनव पहल के माध्यम से जिले के सैकड़ों बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार आया है। उन्होंने इसी उत्साह के साथ कार्य करते हुए जिले को कुपोषण के दंश से मुक्त कराने का आव्हान किया।

इस अवसर पर कलेक्टर हर्षिका सिंह ने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रत्येक व्यक्ति को पौष्टिक आहार मिलना आवश्यक है। आहार संबंधी जागरूकता की कमी से जिले में एनीमिया एवं कुपोषण के प्रकरण सामने आते रहते हैं। जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से सेम फ्री मंडला अभियान संचालित करते हुए सुपोषित जिला बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान के तहत् कम वजन के बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए सामुदायिक सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। अभियान के सकारात्मक परिणामों की चर्चा करते हुए कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक महिला को एनीमिया से तथा प्रत्येक बच्चे को कुपोषण से मुक्ति दिलाने तक यह अभियान अनवरत जारी रहेगा। उन्होंने जनसामान्य से इस अभियान से जुड़ने की अपील की। कलेक्टर ने कहा कि जिले की उपजों में पौष्टिक तत्व प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं, आवश्यकता है आहार को संतुलित बनाने की। उन्होंने अपने संबोधन में ’मंडला थाली’ एवं ’बैगा थाली’ की अवधारणा पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद संपतिया उईके द्वारा उपस्थित लोगों को कुपोषण मुक्ति एवं बाल विवाह रोकने के संबंध में संकल्प दिलाया गया तथा समेकित स्वास्थ्य पोषण के संबंध में जिला स्तरीय कार्ययोजना का विमोचन किया गया। कार्यक्रम स्थल पर पोषण प्रदर्शनी के माध्यम से संतुलित आहार की जानकारी प्रदर्शित की गई। कार्यक्रम में एलईडी के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के संबोधन का सीधा प्रसारण सुना गया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्वेता तड़वे द्वारा किया गया।
केक काटकर मनाया लाड़ली नूरेन का जन्म उत्सव -
पोषण महोत्सव के दौरान केक काटकर लाड़ली लक्ष्मी नूरेन का जन्मदिवस मनाया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद संपतिया उईके, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती मरावी, नगरपालिका उपाध्यक्ष गिरीश चंदानी, कलेक्टर हर्षिका सिंह सहित अन्य अतिथियों ने नूरेन को शुभकामनाएं देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। जन्मदिवस के अवसर पर नूरेन को महिला एवं बाल विकास द्वारा आकर्षक उपहार भी प्रदान किया गया।
लाड़ली लक्ष्मी प्रमाण पत्र एवं मातृ वंदना स्वीकृति पत्र वितरित -
महोत्सव के दौरान मंचासीन अतिथियों द्वारा चिन्हित हितग्राहियों को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र तथा मातृवंदना योजना के स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। प्राप्ति कसार, अफसा फातिमा, सान्वी सिंधिया, शिवन्या ज्योतिषी एवं रिद्विमा कांड्रा को लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रमाण पत्र वितरित किए गए तथा दीपिका वंशकार एवं मानसी नंदा को मातृवंदना योजना के तहत् स्वीकृति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। कार्यक्रम में निरक्षरता से साक्षरता अभियान के तहत् उत्कृष्ट अध्यापन के लिए रेखा यादव तथा उत्कृष्ट अध्ययन के लिए मुन्नी ठाकुर को सम्मानित किया गया।