उपचुनाव और राजनैतिक कार्यक्रमों को रोका जाए

उपचुनाव और राजनैतिक कार्यक्रमों को रोका जाए

कोरोना की तूफानी गति के कारण

आज पत्रकार संघ भाजपा जिलाध्यक्ष को राजनैतिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए सौंपेगा ज्ञापन

khemraj morya शिवपुरी। प्रदेश में इन दिनों कोरोना की तूफानी रफ्तार के लिए विवाह समारोहों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। यह कहा जा रहा है कि शादी विवाह में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने और कोरोना गाइडलाइन का पालन न करने के कारण कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अंतिम विवाह समारोह 30 जून को था। लेकिन इससे भी शासन और प्रशासन ने सबक नहीं सीखा। शादी विवाह तो अब समाप्त हो गए। लेकिन प्रदेश में उपचुनाव के चलते जिस अंदाज में राजनैतिक कार्यक्रम हो रहे हैं और हजारों लोग कार्यक्रमों में जुट रहे हैं। नेताओं के स्वागत समोराह गांव-गांव हो रहे हैं, उससे कोरोना संक्रमण के व्यापाक फैलाव की संभावना और बढ़ गई है। इसे देखते हुए प्रदेश में होने वाले 24 उपचुनाव और राजनैतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है। आज 11 जुलाई को दोपहर 2 बजे पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल के नेतृत्व में भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम को ज्ञापन सौंपकर उनसे मांग की जाएगी की शिवपुरी जिले में बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए फिलहाल दिग्गज नेताओं के दौरे और कार्यक्रमों पर रोक लगाई जाए। साथ ही उन्हें चेतावनी दी गई है कि यदि इन कार्यक्रमों के माध्यम से संक्रमण फैला तो इसकी जिम्मेदारी उनकी होगी। पिछले एक सप्ताह में शिवपुरी जिले सहित पूरे प्रदेश में कोरोना के ग्राफ में आश्चर्यजनक वृद्धि नोट की गई है। पिछले 10 दिन में शिवपुरी में ही एक सैकड़ा से अधिक मरीज सामने आए हैं। शिवपुरी के अलावा ग्वालियर, मुरैना और भिंड में तो कोरोना की रफ्तार इससे भी कहीं अधिक तेज है। मुरैना में कोरोना मरीजों की संख्या 900 पहुंचा गई है और कल 100 से अधिक लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। कोरोना संक्रमण में फैलाव का कारण जून माह में हुए विवाह समारोह को बताया जा रहा है। लेकिन यह भी सच्चाई है कि उपचुनाव को देखते हुए प्रदेशभर में नेताओं के दौरे हुए हैं और स्थानीय नेताओं की भोपाल दौड़ हुई है। गांव-गांव में राजनैतिक कार्यक्रम हुए हैं और हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे बन रहे हैं। पिछले दिनों गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का पोहरी क्षेत्र का दौरा हुआ। जिसमें कोरोना गाईडलाईंस का खुला उल्लंघन नजर आया। उनके स्वागत कार्यक्रम में बेशुमार भीड़ उमड़ी। अधिकांश लोग मास्क भी नहीं पहने थे। छोटे-छोटे गांवों में नेताओं और बाहर से आने वाले पार्टी पदाधिकारियों और व्हीआईपी के दौरे हो रहे हैं। जिससे यह आशंका साफ नजर आ रही है कि यदि सचेत नहीं हुए तो कोरोना का संक्रमण घर-घर में फैल जाएगा और कोई भी इससे बच नहीं पाएगा। ऐसी स्थिति में आवश्यक है कि पूरे प्रदेश में आपातकालीन स्थिति को ध्यान में रखते हुए तत्काल प्रभाव से उपचुनावों पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगाई जाए तथा नेताओं के दौरे प्रतिबंधित किए जाएं। कानून की नजर में सब बराबर होते हैं और इस कारण कोरोना संक्रमण की आशंका के कारण किसी को रियायत नहीं दी जानी चाहिए। कोरोना गाइडलाइंस का नेता पालन नहीं करेंगे तो नजीर कैसे बनेंगे मध्यप्रदेश पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने भाजपा जिलाध्यक्ष राजू बाथम को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश और देश में उनकी सरकार है और कोरोना रोकथाम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंंत्री शिवराज सिंह चौहान भी सजग हैं और दोनों नेता कोरोना गाईडलाईंस के पालन की बात करते हैं। ऐसे समय में उनके द्वारा बनाई गई गाईडलाईंस का यदि वह स्वयं तथा हम यदि पालन नहीं करेंगे तो कैसे दूसरे से अपेक्षा करेंगे। शिवपुरी जिले में करैरा और पोहरी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं और इन दो उपचुनावों को देखते हुए नेताओं के गांव-गांव के दौरे शुरू हो गए हैं। राजनैतिक कार्यक्रमों में जबरदस्त भीड़ जुट रही है। ऐसी स्थिति में कोरोना गाईडलाईंस का कैसे पालन होगा यह समझा जा सकता है। इसलिए यह अत्यंत आवश्यक है कि शिवपुरी जिले सहित प्रदेश में हो रहे उपचुनावों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए और व्हीआईपी लोगों के दौरों पर प्रतिबंध हो।