सांवेर में शिवराज और सिंधिया की सभा को लेकर भाजपा ने तेज की तैयारियां

सांवेर में शिवराज और सिंधिया की सभा को लेकर भाजपा ने तेज की तैयारियां

कमलनाथ से डबल भीड़ जुटाने की भाजपा की तैयारी

भोपाल।19 सितंबर को इंदौर आ रहे हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभा की तैयारियों को लेकर भाजपा ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की शिप्रा में जो सभा हुई है, उससे डबल भीड़ जुटाने की तैयारी की जा रही है, ताकि बताया जा सके कि भाजपा का सांवेर में जोरदार माहौल है। सभा सांवेर के मंडी परिसर में होने जा रही है, जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भाजपा के नेताओं ने सभा स्थल का दौरा किया। भाजपा संगठन की ओर से संख्या का कोई दावा तो नहीं किया जा रहा है, लेकिन सभा की तैयारियां जिस तरह से की जा रही है उसको लेकर लग रहा है कि पिछले दिनों शिप्रा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की जो सभा कांग्रेस ने रखी थी उससे डबल भीड़ इस सभा में जुटाई जाएगी। इसको लेकर गांव-गांव भी संपर्क किया जा रहा है। कल जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर, चुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला, चुनाव संचालक मधु वर्मा के साथ कलेक्टर मनीष सिंह और एसडीएम मंडलोई ने सभा स्थल का निरीक्षण किया। सांवेर के मंडी परिसर में ही मुख्यमंत्री की सभा रखी जा रही है और वे यहीं नजदीक बनाये जा रहे हेलीपेड पर सीधे उतरेंगे। मुख्यमंत्री यहां 2400 सौ करोड़ की पेयजल परियोजना का शुभारंभ करेंगे, जिसके माध्यम से नर्मदा का पानी सांवेर के गांव-गांव में पहुंचाया जाएगा। इसको लेकर अभी कलश यात्रा निकाली जा रही है। माना जा रहा है कि 19 तारीख के बाद ही आचार संहिता की घोषणा हो सकती है तो लगे हाथों मुख्यमंत्री सांवेर क्षेत्र से संबंधित विकास कार्यों का भूमिपूजन भी करेंगे और जो कार्य पूरे हो चुके हैं, उनका लोकार्पण भी करेंगे। भीड़ जुटाने के लिए कार्यकर्ताओं की बैठक, सभी को जिम्मा सौंपेंगे एक और जहां कोरोना को लेकर व्यापारिक संगठन द्वारा स्वैच्छिक बाजार बंद कराए जा रहे हैं, वहीं कांग्रेस और भाजपा द्वारा राजनैतिक प्रतिस्पर्धा के चलते ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की स्पर्धा हो रही है। भाजपा द्वारा निकाली गई कलश यात्रा के जवाब में कांग्रेस ने कमलनाथ की सभा में भीड़ जुटाने का प्रयास किया और कमलनाथ की सभा का मुकाबला करने के लिए भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री और सिंधिया की सभा में भीड़ जुटाने के लिए कार्यकर्ताओं की एक बैठक बुलाई जा रही है। इस बैठक में सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।