...और चोरी हो गई थाने की जमीन, कागजों में चल रही पुलिस की खोज

...और चोरी हो गई थाने की जमीन, कागजों में चल रही पुलिस की खोज
सीधी , मध्य प्रदेश के सीधी जिले में चुरहट थाने की जमीन चोरी हो गई और पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी रह गई. इस चोरी का खुलासा पुलिस ने नहीं आरटीआई कार्यकर्ता ने किया था, लेकिन अब तक पुलिस उस चोर के खिलाफ अब तक कुछ नहीं कर पाई. अब इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी दलील दे रहे हैं कि जांच कर कार्रवाई की जाएगी. वर्ष 1983 में तत्कलीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने .0898 हेक्टेयर जमीन सड़क किनारे थाना को आवंटन की थी. 2001 तक यह जमीन चुरहट थाने के नाम से रजिस्टर थी. सीधी जिले के चुरहट में कांग्रेस के नेताओं की तूती बोलती है. इसी का लाभ उठाते हुए विजय गुप्ता नाम के कांग्रेस कार्यकर्ता ने चुरहट थाने की 22 डिसमिल जमीन जो लगभग 0.898 हेक्टेयर होती होती है, साजिश कर अपने नाम करा ली. इस बात का खुलासा चुरहट के ही रहने वाले एक आरटीआई कार्यकर्ता ने सूचना का अधिकार के तहत जानकारी प्राप्तकर किया था. जिसके बाद 2017 में पुलिस विभाग ने थाना प्रभारी को जांच का आदेश दिया. विजय गुप्ता के साथ राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आरोपी बनाया गया  लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. थाना की यह जमीन एनएच के किनारे है जहां आज आधी जमीन पर विजय गुप्ता का पेट्रोल पंप संचालित हो रहा है. बताया जाता है कि लगभग चार करोड़ की जमीन की हेराफेरी करने वाले विजय गुप्ता कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं, इस वजह से 2017 से अब तक दो साल गुजर गए पर कार्रवाई सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई है. इस मामले में पुलिस ने धारा 467 और 420 का मामला विजय गुप्ता सन ऑफ रामदेव गुप्ता और अन्य राजस्व अधिकारी के खिलाफ दर्ज कर रखा है.