रेलवे मंत्रालय की हिंदी प्रचार प्रसार समिति की बैठक में शामिल हुई हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती अर्चना जैन 

रेलवे मंत्रालय की हिंदी प्रचार प्रसार समिति की बैठक में शामिल हुई हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती अर्चना जैन 

रेलवे मंत्रालय की हिंदी प्रचार प्रसार समिति की बैठक में शामिल हुई हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती अर्चना जैन 

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से  मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से रेलवे के संचालन के लिए रखी विभिन्न मांग

मंडला / नई दिल्ली - विगत दिवस रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में रेलवे मंत्रालय द्वारा हिंदी के प्रचार प्रसार समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती अर्चना जैन ने अपने विचार रखे और मुख्य रूप से प्रस्ताव रखा कि हिंदी के पुस्तकालय हर रेलवे स्टेशन पर होने चाहिए और साथ ही रेलवे के डिब्बों में भी होना चाहिए। अर्चना जैन की बातों पर सभी ने ध्वनिमत से सहमति जताई। हिंदी समिति की बैठक के पश्चात अर्चना जैन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से व्यक्तिगत मुलाकात करनेअनिल जैन के साथ गईं और मंडला में रेलवे के संचालन हेतु अपना प्रस्ताव अपनी मांग विस्तृत रूप से रखी। रेल मंत्री जी ने यथाशीघ्र सभी बातों पर विचार करने की बात कही।

व्यक्तिगत मुलाक़ात के दौरान अर्चना जैन ने रेल मंत्री को ज्ञापन भी सौपा जिसमे उन्होंने मंडला फोर्ट रेलवे स्टेशन से ट्रैन चलाने की मांग की है है। उन्होंने अपने ज्ञापन में कहा है कि हम मंडला जिले के नागरिक वर्षों से रेलवे की सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आजादी के 75 वर्षों के पश्चात भी हम रेलवे सुविधाओं से वंचित हैं। अंग्रेजों के शासन काल में मंडला में छोटी लाइन का प्रतीकात्मक संचालन होता रहा है। अंग्रेजों को तो भारत विकास से, लोगों की सुविधाओं से कोई सरोकार नहीं था। फिर भी उन्होंने यहां मंडला में रेल लाइन की स्थापना की थी, क्योंकि उनके कुछ स्वार्थ थे  जो इस तरह थे -कि यहां प्रचुर वनसंपदा यथा नागर मोथा, महुआ, आंवला, हरड़, बहेड़ा, एवं अन्य कीमती जड़ी बूटियों का भंडार है। जिसे वे यहां से परिवहन कर के अपना राजस्व पढ़ाया करते थे। दूसरा खनिज संपदा के रूप में कीमती डोलोमाइट की खदानें हैं। एक कारण और यह है कि यहां विश्व प्रसिद्ध राष्ट्रीय कान्हा उद्यान है जहां बाघों का संरक्षण भी होता है और यह पर्यटकों का मनोरम केंद्र है। साथ ही पवित्र सलिला नर्मदा ने अपनी गोद में मंडला को बैठाया हुआ है जोकि अत्यंत सुंदर और मनोरम नगरी है। जब अंग्रेजों ने यहां स्वार्थ वश रेल लाइन का परिचालन किया था तो अब तो स्वतंत्र भारत में आप सब सहृदय एवं देश की जनता के हितैषी महानुभाव रेल मंत्रालय में विराजमान हैं। हम करबद्ध निवेदन करते हैं कि मंडला जैसे अत्यंत पिछड़े क्षेत्र के लिए आप ध्यान दें और हमारी समस्याओं के समाधान का आधार बने एवं हमें कृतार्थ करें। हमारी आवश्यकताएं जो परिवहन की दृष्टि से हमारे लिए सांसो जैसी जरूरी है वे इस तरह है -

1. नैरोगेज से ब्रॉडगेज में परिवर्तन के बाद मंडला फोर्ट स्टेशन को सिंगल लाइन कर दिया गया है, जो कम से कम चार लाइन होना चाहिए। वर्तमान में यथाशीघ्र कम से कम 2 लाइन तो होनी ही चाहिए।

 2. रेलवे स्टेशन हाई लेबल का होना चाहिए। अभी मंडला फोर्ट स्टेशन में 12 डिब्बों की ट्रेन खड़ी हो पाती है जो 24 डिब्बों के खड़े होने के अनुरूप होना चाहिए ताकि बड़ी गाड़ियां मण्डला फोर्ट आ सकें।

 3. यात्री गाड़ियां जो जबलपुरिया और गोंदिया में रुक जाती है वे मण्डला फोर्ट में आकर खड़ी हों और उनका स्टेशन पर  साफ सफाई और अन्य सुविधाएं यथा- मेंटेनेंस आदि हो सके  ऐसी सुविधाएं होनी चाहिए

 4. मंडला से इन लाइनों की प्रॉपर कनेक्टिविटी यानी इंटरसिटी या मेमू ट्रेनों का संचालन तुरंत प्रारंभ किया जा सकता है जैसे -

A- मंडला से छिंदवाड़ा
B-मंडला से जबलपुर
C-मंडला से गोंदिया नागपुर
D-मंडला से रायपुर 
E-मंडला से भोपाल 
F-मंडला से दिल्ली 

यह ट्रेनें गोंदिया और जबलपुर आकर रात्रि में खड़ी रहती हैं, उन्हें मंडला या नजदीकी स्टेशन नैनपुर तक बढ़ाकर यहां से संचालित किया जाए। 

जैसे - जबलपुर- निजामुद्दीन एक्सप्रेस,
जबलपुर- इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस,
 गोंदिया- मुंबई विदर्भ एक्सप्रेस,
 गोंदिया- कोल्हापुर महाराष्ट्र एक्सप्रेस,
 जबलपुर- यशवंतपुर एक्सप्रेस,
(यह ट्रेन नैनपुर जो कि मंडला का नजदीकी स्टेशन है की तरफ से परिवर्तित की जाती है तो लगभग 270 किलोमीटर का परिचालन कम हो जाएगा रूट होगाजबलपुर- नैनपुर -गोंदिया- बल्लारशाह- यशवंतपुर)
 छिंदवाड़ा से इंदौर जाने वाली पंचवेली एक्सप्रेस का रूट मंडला या नैनपुर तक बढाया जा सकता है।
नैनपुर- गोंदिया ट्रेन को मंडला तक बढ़ाया जाए।
 नैनपुर- जबलपुर चलने वाली ट्रेन मंडला तक आनी चाहिए। 
गया- चेन्नई ट्रेन के फेरे बढ़ाने चाहिए और इसके लिए मंडला- नैनपुर इंटरसिटी ट्रेन का कनेक्शन देना चाहिए।
रीवा- इटारसी ट्रेन को प्रतिदिन करके इसके लिए भी मंडला से इंटरसिटी /मेमू ट्रेन चलानी चाहिए

संभावनाएं -
1- जबलपुर से सुबह 6:00 बजे मंडला अप डाउन हो सकती है और 3:00 बजे जबलपुर मंडला अप डाउन हो सकती है।

2 -मंडला से नागपुर व्हाया छिंदवाड़ा दोपहर 2:00 बजे प्रारंभ किया जा सकता है। जो कि पंचवेली एक्सप्रेस को कनेक्ट करेगी।

3 - मेल एक्सप्रेस गाड़ी मंडला- नैनपुर से दिल्ली वाया इटारसी -भोपाल प्रारंभ की जा सकती है।

3 - नैनपुर मंडला में डोर मेट्री ए.सी. - नॉन ऐ.सी. की स्थापना। 

4 - रिफ्रेशमेंट /स्वल्पाहार में मण्डला के विशिष्ट व्यंजनों और कलात्मक वस्तुओं के विक्रय केंद्र की स्थापना होनी चाहिए।

मण्डला फोर्ट स्टेशन सर्व सुविधा युक्त हो और असामाजिक तत्वों का अनधिकृत प्रवेश ना हो ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए।

हिंदी सलाहकार समिति की सदस्य श्रीमती अर्चना जैन ने बताया कि रेल मंत्री ने उनकी बात को पूरी गंभीरता से सुना और उनकी मांगों पर आवश्यक कार्यवाही करने का भरोसा दिया।