अखिलेश ने खेला 'ब्राह्मण कार्ड, माता प्रसाद पांडेय को बनाया यूपी में नेता प्रतिपक्ष
लखनऊ, लोकसभा चुनाव में अच्छी जीत पाने के बाद से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव लगातार प्रदेश में पार्टी के जनाधार को बढाने में लगे हैं। इसी कडी में पीडीए के बाद अब अखिलेश ने पार्टी के सीनियर नेता माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। अखिलेश इस फैसले से ब्राहमण मतदाताओं को अपने पक्ष में करना चाहते हैं। 29 जुलाई से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में माता प्रसाद पांडेय ही सपा विधायक दल की अगुवाई करेंगे। इसके साथ ही महबूब अली अधिष्ठाता मंडल, कमाल अख्तर मुख्य सचेतक और राकेश कुमार उप सचेतक बनाये गए हैं।
मानसून सत्र 29 जुलाई से पहले नेता प्रतिपक्ष की घोषणा
उप्र विधानसभा का मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरू होगा। इससे पहले मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष की घोषणा कर दी है। दरअसल सपा मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीते लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से चुनाव लड़ा था। अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद करहल सीट से इस्तीफा दे दिया था। अखिलेश यादव के इस्तीफा देने के बाद से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जगह खाली चल रही थी। अब विधानसभा का सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले सपा मुखिया ने नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर दी है।
माता प्रसाद पांडेय सत्र के दौरान सपा की आवाज को बुलंद करेंगे
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय को बेहद अहम जिम्मेदारी देते हुए उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया है। अब माता प्रसाद पांडेय सत्र के दौरान सपा की आवाज को बुलंद करेंगे और जनहित के मुद्दों को सदन में उठाएंगे। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने विधायक महबूब अली को विधानसभा का अधिष्ठाता मंडल नियुक्त किया है। वहीं विधानसभा का मुख्य सचेतक सपा विधायक कमाल अख्तर को और विधानसभा में उप सचेतक विधायक राकेश कुमार उर्फ डॉ. आर के वर्मा को नियुक्त किया है।