7 साल से 'कैद' पूर्व पत्नी को छुड़ाया, फिर करेगा शादी

7 साल से 'कैद' पूर्व पत्नी को छुड़ाया, फिर करेगा शादी

दिल्ली

दिल्ली में सालों पहले तलाक ले चुके पति-पत्नी के प्यार की अनोखी कहानी सामने आई है। ये दोनों फिर से शादी करने की योजना बना रहे हैं। दरअसल, दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन नंबर 181 पर एमएनसी में काम करने वाले एक व्यक्ति की कॉल आई जिसमें उसने शिकायत की कि उसकी पूर्व पत्नी को उसके पैरंट्स ने 7 साल से घर में कैद कर रखा है। लड़की को दिल्ली महिला आयोग और गुड़गांव पुलिस ने मिलकर छुड़ाया। जो सच सामने आया, चौंकाने वाला था। अलग-अलग जाति के होने के कारण लड़की के पैरंट्स ने दोनों का तलाक करवा दिया था और लड़के को जान से मारने की धमकी दी थी। उसे 2012 से घर पर कैद कर रखा था। लेकिन प्यार अब भी बरकरार है।

 

8 साल पहले जयपुर में बीटेक करते हुए दोनों के बीच प्यार पनपा। अप्रैल 2011 में दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। उनकी जाति अलग थी इसलिए दोनों ने घरवालों को खबर नहीं दी। नवंबर में लड़का शादी का प्रस्ताव लेकर लड़की के घर पहुंचा। लड़की के पैरंट्स ने इनकार कर दिया। शादी के बारे में सोचने पर भी जान से मारने की धमकी दी। दोनों परिवारों में बात नहीं बन पाई तो लड़का-लड़की घर से भाग गए। 2 दिन बाद ही लड़की को पिता की कॉल आई। पिता ने बेटी से कहा कि उसकी मां को दिल का दौरा पड़ा है। लड़की फौरन गुड़गांव स्थित अपने घर पहुंची। वहां पता चला कि सब झूठ था। इसके बाद लड़की को घर में कैद कर दिया गया। जबरन उसका तलाक करवा दिया गया।

23 अक्टूबर 2018 को लड़की ने अपने घर से भागने की कोशिश की लेकिन फिर पकड़ी गई। हालांकि, किसी तरह वह लड़के से संपर्क करने में कामयाब हो गई। इसके बाद लड़के ने दिल्ली महिला आयोग की महिला हेल्पलाइन पर फोन कर जानकारी दी। आयोग की टीम ने गुड़गांव पुलिस से संपर्क किया और उनकी मदद से लड़की को छुड़ाया। थाने में दोनों परिवारों में सुलह नहीं हो पाई। लड़की के परिवार ने लड़के के परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी और मामला गुड़गांव कोर्ट पहुंच गया। अदालत ने उनको सुरक्षा देने और एक सुरक्षित घर में रखने का आदेश दिया। दोनों ने आयोग को बताया कि वे जल्द शादी करेंगे। डीसीडब्ल्यू ने दिल्ली पुलिस को उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के लिए लिखा है।

उधर, लड़की को छुड़ाए जाने के बाद डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति मालीवाल ने कहा, 'यह प्यार की बेहतरीन कहानी है। दुख की बात है कि उनके पैरंट्स घमंड में भावनाओं को नहीं समझ रहे। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।'