जिंदगी की जंग जीते 41 मजदूर, सुरंग का सीना चीरकर बाहर निकाले गए

400 घंटे सिल्क्यारा सुरंग में फंसे रहे 41 मजदूर
देहरादून: उत्तराखंड की सिल्क्यारा-डंडालगांव टनल में आज 17वें दिन बड़ी सफलता टीम को मिली है। 400 घंटे के बाद मंगलवार रात करीब साढ़े सात बजे मजदूरों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई। करीब पौने नौ बजे तक सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
श्रमिकों व उनके परिजनों के चेहरे की ख़ुशी ही मेरे लिये इगास-बगवाल..
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 28, 2023
हम सभी के लिए अत्यंत हर्ष का विषय है कि सिलक्यारा (उत्तरकाशी) में निर्माणाधीन टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। सभी श्रमिक भाइयों का अस्थाई मेडिकल कैम्प में प्रारंभिक स्वास्थ्य… pic.twitter.com/iaBZ5RorK3
शाम 7 बजकर 5 मिनट पर पहला ब्रेक थ्रू मिला
रेस्क्यू टीम के सदस्य हरपाल सिंह ने बताया कि शाम 7 बजकर 5 मिनट पर पहला ब्रेक थ्रू मिला था। पाइप पुशिंग का काम मलबे के आर-पार होने के बाद मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी शुरू हुई। एक-एक करके सभी 41 मजदूरों को बाहर लाया गया।
सही हैं सभी 41 मजदूर
बचाव कार्य में शामिल एक कर्मचारी ने कहा कि स्थिति अच्छी है और सभी लोग कुशल मंगल हैं। एनडीआरएफ के चार-पांच लोग अंदर गए हैं। मजदूरों को बचाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। हम फंसे हुए श्रमिकों को बाहर लाने के लिए स्ट्रेचर अंदर ले जा रहे हैं।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पहले माला पहनाकर स्वागत किया
सुरंग से बाहर आए सभी मजदूरों को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पहले माला पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद सीएम धामी ने मजदूरों से काफी देर तक बात कर उनका हालचाल जाना। सुरंग से बाहर आए पहले मजदूर को तैनात ऐंबुलेंस के जरिये चिन्यालीसौड़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां जहां 41 बिस्तरों का एक अलग वार्ड बनाया गया है। मेडिकल टीम मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच कर रही है। सुरंग के बाहर मौजूद लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। जवान और वहां मौजूद लोगों को मिठाई बांटी। वहीं, इससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, जिसमें बताया कि सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। पाइप पुशिंग का कार्य मलबे के आर-पार हो चुका है। अब श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
12 नवंबर को सुरंग में 41 मजदूर फंस गए थे
दीपावली यानी 12 नवंबर को उत्तरकाशी के निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में काम करने वाले 41 मजदूर फंस गए थे। 17 दिनों से रेस्क्यू अभियान चल रहा था। मंगलवार को ये अभियान पूरा हुआ। इस दौरान ऑगर मशीन में कई बार खराबी आई, जिसे ठीक करके कई बार काम शुरू हुआ, लेकिन आखिर में ऑगर मशीन की ब्लेड खराब हो गईं, जिसके बाद रैट माइनर्स को लगाया है। मंगलवार रात को मजदूरों को निकालने का सिलसिला जारी हुआ।
सीएम धामी ने बाहर आए मजदूरों का लिया हालचाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिकों से मुलाकात कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल ( से.नि) वीके सिंह भी मौजूद हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने श्रमिकों और रेस्क्यू अभियान में जुटे हुए कर्मियों के मनोबल और साहस की जमकर सराहना की। बाहर निकाले जा रहे श्रमिको के परिजन भी टनल में मौजूद हैं। टनल से बाहर निकाले गए श्रमिकों का प्रारंभिक स्वास्थ्य परीक्षण टनल में बने अस्थाई मेडीकल कैंप में ही किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने ली जानकारी
प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी को फोन कर रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि अंदर फंसे मजदूरों की सुरक्षा के साथ-साथ बाहर राहत कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखा जाए।
नितिन गडकरी ने दी शुभकामनाएं
मुझे बेहद खुशी है कि सिल्कयारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को सफलतापूर्वक बचाया गया है। पीएमओ के नेतृत्व में सभी एजेंसियों ने दिन-रात काम किया है। मैं उन श्रमिकों को अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं जिन्होंने बचा लिया गया है। मैं उन कर्मियों को भी धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने बचाव अभियान में मदद की है।