मठ मंदिरों की सुरक्षा के लिए बने कड़ा कानून : स्वामी अतुलेशानंद महाराज

मठ मंदिरों की सुरक्षा के लिए बने कड़ा कानून : स्वामी अतुलेशानंद महाराज

छतरपुर
विश्व परमसंघ उपाध्यक्ष  जगतगुरू स्वामी कन्नौज पीठाधीश्वर महाराज के मुख्य आतिथ्य में बजरंग सेना के साथ शहर के संत शरीर आश्रम में संत समाज की बैठक का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश के कई महान साधु संत सहित गणमान्य नागरिक शामिल हुए। स्वामी अतुलेशानंद महाराज ने कहा कि महाराष्ट्र के पाल घर में हुई संतों की हत्या और राजस्थान में पुजारी को जिंदा जला देने के मामले में संत समाज से लेकर हिन्दू समाज आक्रोशित है। संत समाज मठ मंदिरों की सुरक्षा और पूजा के कार्य में लगे लोगों की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाए जाने की मांग की गई है।

राष्ट्रीय संरक्षक स्वामी अतुलेशानंद महाराज ने  कहा कि चाहे महाराष्ट्र का पालघर या राजस्थान का करौली अथवा उप्र का गोंडा गांव साधु संतों व पुजारियों के ऊपर लगातार हमले किए जा रहे हैं। मठ मंदिरों की सुरक्षा एवं संपत्ति की देखरेख के लिए कठोर कानून बनाया जाना चाहिए ताकि इन्हें बचाया जा सके। उहोंने कहा कि पुजारी ने मंदिर की जमीन की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दे दी है। बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर पटैरिया ने कहा कि यदि साधु-संतों और पुजारियों को प्रशासन तथा पुलिस का संरक्षण नहीं मिलेगा तो धीरे-धीरे मठ मंदिरों और धार्मिक स्थलों की जमीन पर बेजा कब्जा हो जाएगा। इसी तरह संत शरीर आश्रम को लेकर कहा गया कि यह स्थान शहर की प्रमुख आस्था का केंद्र है, जहां का ट्रष्ट गठित होन चाहिए और प्रशासन इसका रख रखाव करे। संत शरीर आश्रम में डेढ़ दर्ज से अधिक मंदिर हैं, लेकिन ट्रष्ट का गठन न होने से संचालन में व्यधान हो रहा है। संत समाज ने आचार संहिता खत्म होने के बाद मांगों पर विचार न किए जाने की स्थिति में उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई है।  संत समाज की बैठक में शिवानंद महाराज गुजरात, कमलेश बब्बाजू महाराज संत शरीर आश्रम, नागा महाराज जूनागढ़, योगपुरी महाराज महाराष्ट्र, योगानंदगिरी महाराज उप्र, धर्मआनंद महाराज पंजाब, राजेंद्रनंद महाराज हरियाणा, भूमानंद जी महाराज, ल_धारी महाराज हिमांचल प्रदेश, श्रीवासवाली महाराज दिल्ली, अवधेशानंद महाराज पश्चिमबंगाल, रामदास महाराज आयोध्या सहित ब्राह्मण एकता अस्मिता संस्कार मंच के प्रदेश संयोजक पं. रूपेंद्र चतुवेर्दी, बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर पटैरिया, अरूण पाठक सहित दर्जनों संत और भक्त शामिल रहे।