भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ नारेबाजी, इस सीट पर निर्दलीय-कांग्रेस में कांटे का मुकाबला

नीमच
कांग्रेस प्रत्याशी और निर्दलीय ने चुनाव जीतने के लिए प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी। वहीं मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय महासचिव की आमसभा होने के बाद भी भाजपा विधायक प्रचार में पिछड़ते हुए नजर आ रहे है। दूसरी तरफ खामोश मतदाता 28 नवंबर का इंतजार कर रहा है।

जानकारी के अनुसार बुधवार को निर्दलीय प्रत्याशी समंदर पटेल ने ग्राम उम्मेदपुरा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। जहां पर भाजपा के बैनर लगी दुकान के बाहर विधायक ओमप्रकाश सखलेचा से नाराज लोगों ने जमकर नारेबाजी की। -सखलेचा कहना मान ले, बोरी बिस्तर बांध ले-जैसे नारे लगाए। सूत्रों का कहना है कि यहां से भाजपा नहीं हारेगी विधायक सखलेचा का अहंकार हारेगा।

अंदरखाने की चर्चा है कि 2014 में भाजपा ने नगर परिषद अध्यक्ष प्रत्याशी के लिए अलका तलरेजा को टिकट दिया था। इस चुनाव में विधायक सखलेचा के दो खास सिपाहसलार की वजह से तलरेजा को बुरी तरह पराजय का सामना करना पड़ा। इस हार से समाज बेहद आहत हुआ।  अब इसी हार का हिसाब-किताब चुकता करने के लिए जैन समाज सखलेचा को हराने के लिए लामबंद हो गया। भाजपा का ये परंपरागत वोट निर्दलीय पटेल या अहीर के पक्ष में जा सकता है।

कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार अहीर के समर्थन में बालीवुड अभिनेत्री नंदिता मोरारजी (नगमा) ने रतनगढ़ से रोड़ शो किया। इस दौरान नगमा के साथ पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद थे। नगमा को देखने के लिए मोरवन-सिंगोली रोड़ पर जाम जैसी स्थिति  हो गई। इस रोड शो के साथ-साथ कांग्रेस कार्यकर्ता बाइक रैली के रूप में आगे चल रहे थे।

एमपी बैकिंग न्यूज संवाददाता ने आज जावद जनपद पंचायत भवन के सामने स्थित एक चाय की होटल पर भाजपा-कांग्रेस व निर्दलीय प्रत्याशी के बारे में आम वोटर से चर्चा की तो उन्होंने एक ही जवाब दिया-सखलेचा कहीं से कहीं टक्कर में नहीं है। सखलेचा की स्थिति तीसरे स्थान पर रहेगी और मुख्य मुकाबाला कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार अहीर व निर्दलीय पटेल के बीच रहेगा।

क्षेत्र में महिला मतदाताओं को अपने-अपने पति के पक्ष में मतदान के लिए निदलीय प्रत्याशी की पत्नी रचिता पटेल ने सरवानिया महाराज, भाजपा प्रत्याशी  की पत्नी संगीता सखलेचा और कांग्रेस प्रत्याशी अहीर की पत्नी ने घर-घर जाकर वोट मांगे। यह कहना है दिलचस्प होगा चुनावी इतिहास में पहली बार मप्र की अंतिम विधानसभा जावद में परिणाम रौचक होंगे। हालांकि जीत के दावे तीनों प्रत्याशी कर रहे है। अब उँट किस करवट बैठेगा इसका फैसला 12 दिसंबर को होगा।