ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक, इन बीमारियों से रहें सावधान

ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक, इन बीमारियों से रहें सावधान

इन दिनों ठंड अचानक बढ़ गई है। धुंध और ठंड के कारण घर से बाहर निकलना मुश्किल है। राजधानी दिल्ली में तो ठंड के साथ-साथ प्रदूषण ने भी अटैक कर दिया है। दिल्ली में प्रदूषण जानलेवा स्तर पर पहुंच गया है। बता दें कि सर्दी और प्रदूषण से हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, पैरालिसिस और ब्रेन हैमरेज का खतरा दुगना हो जाता है। ऐसे में बुजुर्ग, बच्चों और मरीजों का खास ख्याल रखना जरूरी है। आइए, आपको बताते हैं सर्दी और प्रदूषण से होने वाली कुछ आम बीमारियों को बारे में और इनसे बचने के उपाय: 
दिल का दौरा 
डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के साथ हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स के मामले बढ़ जाते हैं। दिल तक खून पहुंचाने वाली किसी एक या एक से अधिक धमनियों में जमे फैट के थक्के के कारण रुकावट आ जाती है। खून का फ्लो रुक जाता है। खून न मिलने से दिल की मांस-पेशियों में ऑक्सिजन की कमी हो जाती है जिससे धीरे-धीरे दिल धड़कना बंद हो जाता है। 

क्या हैं लक्षण 
-सीने में दर्द या ऐंठन होना 
-पसीना, चक्कर आना, सांस फूलना, नींद न आना 

क्या करें 
-छाती में अकड़न और घबराहट महसूस होने पर उसी समय एस्प्रिन की गोली लें। 
-स्मोकिंग न करें। 

अस्थमा 
इस मौसम में ऐलर्जी से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है जिससे सांस की नली में सूजन आ सकती है। इससे फेफड़ों में हवा जाने से रुकावट होने लगती है। जब ऐलर्जी पैदा करने वाले तत्व सांस की नगी के संपर्क में आते हैं तो सांस लेने में परेशानी होने लगती है। 

क्या है लक्षण 
-जल्दी-जल्दी सांस लेना 
-सीने में जकड़न या कसाव 
-सांस के साथ आवाज आना 

क्या करें 
-अस्थमा के मरीद धूल-मिट्टी से खुद को दूर रखें। 
-पालतू जानवरों के करीब न जाएं। 
-स्मोकिंग न करें और स्मोकिंग करने वालों से भई दूरी बनाएं। 

 
खांसी-जुकाम 
डॉक्टरों का कहना है कि इन दिनों जब तापमान नीचे आता हैतो सभी लोगों पर इसका असर पड़ता है। इस वजह से खांसी-जुकाम होना आम बात है। अगर 3-4 दिन में जुकाम का इलाज न किया जाए या जुकाम ठीक न हो तो यह फ्लू हो सकता है। 

क्या हैं लक्षण 
-सर्दी-जुकाम होने पर नाक से पानी। 
-लगातार छींके आना। 
-बदन दर्द, सिर या आंखों में भारीपन। 
-गले में खराश के साथ हल्का दर्द।