घटना के 15 दिन बाद ही टीआई ने कहा था, ट्विंकल अब नहीं रही लेकिन अफसरों ने नहीं करने दी जांच
इंदौर
ट्विंकल की हत्या के आरोपियों द्वारा पुलिस को गुमराह करने की खबरों केे बीच उसके माता-पिता ने पत्रकारवार्ता कर सभी आरोपों का जवाब दिया। मां बोली, तत्कालीन टीआई ने गुमशुदगी के 15 दिन बाद ही कह दिया था कि अब ट्विंकल नहीं रही, बस न्याय का इंतजार है लेकिन अफसरों ने उन्हें जांच ही नहीं करने दी। बेटी के बिछिया पहनने के संबंध में मां ने बताया कि बदनावर के युवक से सगाई होने के बाद करवाचौथ का उपवास करने के लिए उसने मेहंदी रचाई और बिछिया पहनी थी।
ट्विंकल के पिता संजय व माता रीटा ने पत्रकारवार्ता में पुलिस के अफसरों के साथ ही जनप्रतिनिधियों को भी घेरकर आरोप लगाए। इनका कहना था कि जगदीश पर शंका थी लेकिन तत्कालीन सीएसपी अजय जैन साथ नहीं देते थे और भगा देते थे। टीआई विनोद दीक्षित जांच करते तो उन्हें भी रोक दिया जाता। हम बार-बार जाते तो हमारा तो मजाक ही बनाकर रख दिया था। स्थिति यह थी कि पूछताछ के लिए जगदीश करोतिया को बुलाया जाता तो नाश्ता कराते, बोतल का पानी पिलाते और हमें 5-5 घंटे बैठकर पूछताछ करतेंं, हमे तो आरोपी बना रहे थे। टीआई तारेश सोनी ने भी काफी मदद की, टेस्ट के लिए अहमदाबाद जाने के लिए पैसे नहीं थे तो उन्होंने 5 हजार रुपए भी दिए थे।
मां ने बताया कि अप्रैल 2016 में जगदीश ने उनकी बेटी के साथ बलात्कार किया था। उस दिन बेटी खूब रोई लेकिन कुछ बताया नहीं। बाद में पूछने पर बोली, ठंडाई में नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश करने के बाद गलत काम किया। रिपोर्ट लिखाने का कहा तो धमका दिया था। इसके बाद बेटी ने ठान लिया था कि जगदीश को बर्बाद कर देगी। हालांकि इसके बाद बेटी का शोषण जारी रखा, कई जगह उसे लेकर जाते थे। राजनीति में कुछ बनने के लिए वह चुप रही। भाजपा से कांग्रेस में आने के पीछे भी उनकी बेटी का उद्देश्य जगदीश व परिवार से पीछा छूटाना था लेकिन वह सफल नहीं हो पाई। पहले भी अजय व जगदीश द्वारा मारपीट की गई थी।
यहीं कारण था कि वह जगदीश पर शादी के लिए दबाव बना रही थी, उसे लग रहा था कि घर में रहेगी तो कैरियर चौपट कर देगी। मां का कहना है, गुमशुदगी के 15 दिन बाद ही सबकुछ लिखकर वे लोकसभा अध्यक्ष के घर गई लेकिन वे मिली नहीं लेकिन ज्ञापन दिया था। अगले दिन फिर गई लेकिन वह नहीं मिली। 14 नवंबर 2016 को मुख्यमंत्री ने भी भोपाल बुलाया था लेकिन ऐनवक्त पर व्यस्त होने की बात कहकर नहीं मिले तो हमने हंगामा भी मचाया था। इसके बाद मुख्यमंत्री इंदौर आए तो हम एयरपोर्ट पहुंच गए। वहां तत्कालीन विधायक सुदर्शन गुप्ता ने संजय का हाथ खींचकर दूसरी ओर ले जाकर धमकाया कि मेरा नाम नहीं लेना अन्यथा ठीक नहीं होगा।
ट्विंकल के बिछिया पहने होने के संबंध में उनका कहना था कि बेटी की शादी बदनावर के अमित से तय कर दी थी। सगाई हो गई थी। ससुराल वालों की चाह थी कि ट्विंकल करवाचौथ का व्रत करें। 14 अक्टूबर को उसने मेहंदी रचाई और यह सोचकर बिछिया पहनी की अब तो शादी होना ही है। हालांकि एक दो दिन पहले वह फ्लैट देखने किसी राजा ठाकुर के साथ गई थी। राजा ठाकुर ने अपने बयानों में पुलिस को बताया भी कि डैडी के साथ रहने के लिए वह फ्लैट ढूंढ़ रही थी। मां बोली, जगदीश व परिवार एक लड़की से इतना डर गया था कि पीछे से हमला कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या की पुष्टि के बाद की शांति के लिए पूजा
ट्विंकल की हत्या की पुष्टि के बाद परिवार के लोगों ने करीब सवा साल बाद बेटी को मृत मानकर सोमवार को उसकी शांति के लिए पूजा की। जहां हत्या हुई थी वहां भी परिवार गया और वहां भी रीति रिवाजों के अनुसार प्रक्रिया कर पूजा पाठ की।
bhavtarini.com@gmail.com 
