पटना दिल्ली, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों के बंटवारे पर राज्य के दोनों बड़े गठबंधनों एनडीए और महागठबंधन में खींचतान जारी है। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान की दुविधा के कारण एनडीए का मामला सुलझ नहीं पा रहा है। सीटों के बंटवार का मामला सुलझाने के लिए बुधवार को भाजपा नेताओं के बीच वार्ता का दौर जारी रहा। हालांकि इसके बाद भी ठोस नतीजा नहीं निकल सका। उधर, महागठबंधन में दोनों मुख्य घटक दलों राजद और कांग्रेस के बीच भी सीटों के फॉर्मूले पर पेच फंसा हुआ है। दोनों गठबंधनों में उनके घटकदलों के बीच इस गुत्थी को सुलझाने के लिए बातचीत जारी है।
भाजपा संसदीय दल की बैठक में 4 को उम्मीदवार पर निर्णय
जानकारी के मुताबिक आगामी चार अक्टूबर को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी। पहले यह बैठक दो को ही प्रस्तावित थी। इस समिति में बिहार से भाजपा प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार इसी बैठक में यह तय होगा कि भाजपा को मिलने वाली सीटों पर कौन-कौन उम्मीदवार होंगे, उस पर निर्णय होगा। इस समिति की मुहर लगने के बाद ही पार्टी की ओर से अधिकृत प्रत्याशियों के नामों का औपचारिक ऐलान होता है।
पटना में ही एनडीए की सीटों की संख्या का औपचारिक ऐलान
संभावना है कि पटना में ही एनडीए की सीटों की संख्या का औपचारिक ऐलान होगा। इसके पहले भाजपा के देवेन्द्र फडणवीस और भूपेन्द्र यादव की मुलाकात जदयू अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार से भी हो सकती है। खासकर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान के साथ भाजपा नेताओं की हुई बातचीत से सीएम को अवगत कराया जाएगा। इसके लिए दोनों नेता बिहार आएंगे।
लोजपा सहमत नहीं
उधर, एनडीए के तहत लोजपा को जितनी सीटों का ऑफर मिल रहा है, उस पर वह सहमत नहीं है। यही कारण है कि सीटों पर अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है। लोजपा शीर्षस्थ सूत्र बताते हैं कि गुरुवार को पार्टी अंतिम निर्णय लेगी। लोजपा के मनमुताबिक बात नहीं बनी तो वह 143 सीटें पर अपना उम्मीदवार मैदान में उतारेगी।
राजद से संबंध तोडने के मूड में नहीं बिहार के कांग्रेस नेता
बिहार में सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस के बीच जोर आजमाइश जारी है। कांग्रेस तालमेल को लेकर राजद के रुख से नाराज तो है लेकिन बिहार के नेता गठबंधन तोड़ने के मूड में भी नहीं हैं। लिहाजा अब पूरा मामला आलाकमान के पास चला गया है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जोर आजमाइश गठबंधन टूटने की हद तक नहीं पहुंचेगी। माना जा रहा है कि कांग्रेस आलाकमान और राजद नेता तेजस्वी यादव के बीच इस मुद्दे पर जल्द बातचीत हो सकती है।
इस बीच पार्टी ने अपने उम्मीदवारों के पैनल को अंतिम रूप दे दिया है। बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने प्रदेश प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे के साथ लंबी बैठक की। वरिष्ठ नेता तारिक अनवर और अखिलेश सिंह ने भी पार्टी वार रूम में गोहिल और पांडे से मुलाकात की। इसके बाद तारिक अनवर ने कहा कि दोनों पार्टियों के बीच बातचीत चल रही है। राजद और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगे। जानकारी के मुताबिक पार्टी किसी वर्तमान विधायक का सामान्य तौर पर टिकट काटने के मूड में नहीं है। नये सीटों पर भी उम्मीदवारों की सूची में चयन किया जा रहा है।
कांग्रेस ने मांगी 75 सीट
दरअसल, सीट बंटवारे को लेकर राजद और कांग्रेस दोनों एक-दूसरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस कम से कम 75 सीट की मांग कर रही है, जबकि राजद 60 सीट देने के लिए तैयार है। पार्टी की दलील है कि हम पार्टी और आरएलएसपी के महागठबंधन से बाहर जाने के बाद उसकी दावेदारी बढ़ी है। इसलिए कांग्रेस को अधिक सीट मिलनी चाहिए।