जनप्रतिनिधियों ने किया उद्यानिकी कृषक भ्रमण दल को रवाना
उन्नतशील कृषकों के प्रक्षेत्रो, कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों का कराया जायेगा अवलोकन

मण्डला (18 जनवरी 2021) - उद्यानिकी विभाग के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 की कार्ययोजना के विरुद्ध राज्य पोषित योजनाओं के तहत राज्य के भीतर एवं राज्य के बाहर भ्रमण हेतु 2 कृषक भ्रमण दल जिला योजना भवन से रवाना हुए। इन दोनो दलों को विधायक मण्डला देवसिंह सैयाम, विधायक निवास डॉ. अशोक मर्सकोले, नीरज मरकाम अध्यक्ष जिला पंचायत कृषि स्थाई समिति एवं श्रीमति तन्वी हड्डा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ने हरी झण्डी दिखाकर दल को रवाना किया। इस अवसर पर सहायक संचालक उद्यान मण्डला नेतलाल शरणागत एवं अन्य विकासखण्ड स्तरीय उद्यानिकी अधिकारी उपस्थित रहे।
सहायक संचालक उद्यानिकी ने बताया कि राज्य के भीतर 3 दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम अंतर्गत 50 सदस्यीय कृषकों का दल दिलीप सिंह उइके, उद्यान विकास अधिकारी बिछिया एवं धनसिंह वरकडे़, ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी नैनपुर के नेतृत्व में दल रवाना होकर 20 जनवरी को मण्डला वापस आयेगा। इस दौरान कृषकों को सिवनी, बालाघाट एवं अन्य स्थानो में उन्नतशील कृषकों के प्रक्षेत्रो के भ्रमण के साथ-साथ कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों का अवलोकन कराया जाकर तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराया जायेगा। इसी प्रकार राज्य के बाहर 5 दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम अंतर्गत 10 सदस्यीय कृषकों का दल पंकज मरकाम, ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी मण्डला के नेतृत्व में दल रवाना होकर 22 जनवरी को मण्डला वापस आयेगा। इस दौरान कृषकों को रायपुर, बिलासपुर एवं भाटापारा एवं अन्य स्थानो में उन्नतशील कृषकों के प्रक्षेत्रो के भ्रमण के साथ-साथ कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रो का अवलोकन कराया जाकर तकनीकी ज्ञान उपलब्ध कराया जायेगा।
वनस्पति विभाग में वेबिनार आयोजित -
रानी दुर्गावती शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मण्डला के वनस्पतिशास्त्र विभाग द्वारा ‘‘कृषि के क्षेत्र में रोजगार की सम्भावनाएँ ‘‘ विषय पर 18.01.2021 को वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में कृषि विज्ञान केन्द्र मण्डला के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ.आर.पी.अहिरवार उपस्थित रहे। वनस्पति विज्ञान तथा कृषि के छात्रों को इस क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार की सभी सम्भावनाओं जैसे मशरूम उत्पादन, वर्मीकम्पोस्ट खाद बनाना, ऑर्गनिकफाॅर्मिंग के लिये स्वयं खाद का उत्पादन, जैविक इनसेक्टिसाइड तथा पेस्टीसाइड बनाना, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, डेरी फार्मिंग आदि के विषय में विस्तार से बताया तथा इनसे सम्बंधित प्रशिक्षण, जो कृषि विज्ञान केन्द्र में उपलब्ध हैं, के सम्बंध में भी जानकारी दी। महाविद्याल के प्राचार्य डाॅ.राजेश चैरसिया ने भी छात्रों को वेबिनार उपयोगिता के बारे में बताया। वनस्पति विभाग की डाॅ.सीमा शर्मा, डाॅ.रमा गुप्ता, श्रीमती बिनिया वेनेट तथा डाॅ.बी.एल.झारिया के संयोजन में वेबिनार सम्पन्न हुआ। तकनीकि सहयोग जयंत कछवाहा का रहा।