amjad khanशाजापुर। सामुदायिक भवन शुजालपुर में स्वदेशी जागरण मंच नगर इकाई द्वारा अर्थ एवं रोजगार सृजक सम्मान कार्यक्रम का आयोजन दत्तोपंत ठेंगड़ी जन्म शताब्दी वर्ष के अंतर्गत किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित एवं गायत्री मंत्र के साथ किया गया। वहीं अध्यक्षता गोपाल राठी ने की। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में अरुशेंद्र शर्मा, हरिओम वर्मा, हुकमसिंह धनगर, हरिओम मेवाड़ा मंचासीन थे। कार्यक्रम में स्वदेशी जागरण मंच द्वारा कोरोनाकाल के समय स्वयं का रोजगार कर अन्य लोगों को भी आर्थिक सहायता कर देशसेवा में सहयोग करने वाले उद्यमियों का पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र, सम्मान पत्र एवं दत्तोपंत ठेंगड़ी की पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर मुख्य वक्ता शर्मा ने कहा कि अंग्रेजों के पूर्व भारत कृषि प्रधान देश के साथ उद्योग प्रधान देश रहा था और उस समय हमारा विश्व उत्पादन में 33 प्रतिशत अंश था। जबकि वर्तमान में 3 प्रतिशत ही है जो चिंता का विषय है। उन्होने कहा कि देश में 135 करोड़ की आबादी है जिसमें 35.5 करोड़ युवा हैं जिन्हे रोजगार देना सरकार और समाज का दायित्व है, लेकिन देश अब भी विदेशी वस्तुओं पर आश्रित है। उन्होने कहा कि हमें अपने देश में रोजगार व्यवसाय खड़ा करने के लिए लघु कुटीर उद्योगों का सृजन करना होगा। प्रत्येक व्यक्ति को स्थानीय वस्तुओं का अपने दैनिक जीवन में उपयोग करना होगा, जिससे कि हमारे युवाओं को रोजगार मिले और वे आत्म स्वालंबी बनें। इस दौरान दत्तोपंत ठेंगड़ी राष्ट्रीय स्वावलंबन सम्मान से डॉ महेंद्र परमार, नरेंद्र राजपूत, मौजीलाल राजपूत, आशीष नेमा, परमानंद सेन, जितेंद्र रजपाल को को अलंकृत किया गया। उद्यमियों का परिचय धनसिंह राजपूत ने कराया। इस अवसर पर अशोक पांचाल, बालाप्रसाद गुर्जर, मुकेश पांचाल, रामस्वरूप विश्वकमा, जितेंद्र पुष्पद, दुर्गेश विश्वकर्मा, सुरेंद्रसिंह डोडिया, शिवनारायण विश्वकर्मा, खुशीराम आचार्य, अरविंद मेवाड़ा, राजारामजी बारोड़, अशोक राठौर, जतिन्द्र विश्वकर्मा, रोहित सिसोदिया आदि उपस्थित थे। संचालन राहुल विश्वकर्मा ने किया तथा आभार मुकेश पांचाल ने माना।