अंधे कत्ल का मण्डला पुलिस नें किया पर्दाफाश

अंधे कत्ल का मण्डला पुलिस नें किया पर्दाफाश

अंधे कत्ल का मण्डला पुलिस नें किया पर्दाफाश

1 अक्टूबर जंगल में मिले अज्ञात व्यक्ति के शव से उठाया पर्दा

पुलिस नें 07 आरोपियों को किया गिरफ्तार

mandla-police-busted-blind-murder-07-accused-arrested Syed Javed Ali पंजीबद्ध अपराध - थाना महाराजपुर अपराध क्रमांक 357/2020  धारा 302, 201, 120बी, 34  भादवि 25 आर्म्स एक्ट गिरफ्तार आरोपी - (1) आसमा बी पति जमील खान उम्र 38 वर्ष निवासी चरू मोहल्ला पोंडी थाना महाराजपुर (2) जमील पिता रसीद खान उम्र 45 वर्ष निवासी चरू मोहल्ला पोंडी थाना महाराजपुर (3) गुलफाम उर्फ गुल्लू पिता जमील खान उम्र 19 वर्ष निवासी चरू मोहल्ला पोंडी थाना महाराजपुर (4) अफजल उर्फ बंटी पिता जाहिद खान उम्र 22 साल निवासी चरू मोहल्ला पोंडी थाना महाराजपुर (5) शेख आसिफ उर्फ आशिक उर्फ उल्ला पिता शेख रसीद उम्र 19 साल निवासी वार्ड नं. 12 लाल बहादुर  शास्त्री वार्ड फूलवाडी थाना कोतवाली मण्डला (6) संतोष उर्फ मल्लू झारिया पिता विद्यासागर झारिया उम्र 20 साल निवासी स्वामी सीताराम वार्ड वार्ड नं. 11 थाना कोतवाली मण्डला (7) विनय उर्फ विक्की उर्फ बिल्ला यादव पिता गया प्रसाद यादव उम्र 22 साल निवासी लाल बहादुर वार्ड थाना कोतवाली मण्डला जप्त सामग्री -  घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन, स्कूटी सुजुकी एक्सेस क्रमांक MP-51-S-6573, लोहे का पाईप, एक चाकू, लोहे की सब्बल, लोहे की नट वाली राड, लोहे का धारदार बका तथा आरोपियों द्वारा घटना के समय पहने रक्त रंजित कपड़े।
घटना का विवरण -  दिनांक 29.09.2020 को फरियादी शेख वहीद निवासी छतरपुर जिला सिवनी नें थाना महाराजपुर पर सूचना दी की उनका दामाद शेख रहीम पिता शेख सुखीम उम्र 28 साल निवासी ग्राम बखारी थाना बण्डोल जिला सिवनी हाल अमल ज्योती स्कूल के पास मोहनटोला, महाराजपुर R.C. जैन के डामर प्लांट में आपरेटर का काम करता है जो दिनाँक 28.09.2020 को दोपहर 01.30 बजे R.C. जैन डामर प्लांट मोहनटोला से बिना बताये खुद की मोटर सायकल क्रमांक MP-51-MG-6966 से कहीं चला गया है। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा गुम इंसान क्रमांक 48/2020 कायम कर लापता शेख रहीम की तलाश की जा रही थी। जाँच के दौरान दिनांक 29.09.2020 को थाना महाराजपुर पुलिस को लापता शेख रहीम की मोटर सायकिल मोहनटोला घाट पर लावारीस हालत में पड़ी हुई मिली। लापता शेख रहीम की मोटरसायकिल सूनसान स्थान पर मिलने के बाद थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा शेख रहीम की तलाश के लिये मोटरसायकिल मिलने के स्थान के आस पास के ईलाकों और जंगल में सघन तलाशी अभियान चलाया गया। शेख रहीम की तलाश के लिये चलाये जा रहे सर्चिंग आपरेशन के दौरान दिनांक 01.10.2020 को थाना महाराजपुर पुलिस को सूचना मिली की घंसौर रोड मोहनटोला बड़ा घाट किनारे जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ है। थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा मौके पर जाकर सूचना की तस्दीक की गई तो एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा हुआ था जिसके सिर, हाथ, तथा पेट में किसी धारदार हथियार से चोट पहुंचाकर हत्या की गई थी और उसकी पहचान छुपाने के लिये मृतक के शव के ऊपरी हिस्से को प्लास्टिक की बोरी तथा पन्नी में लपेटकर एक काले रंग के लोहे के डामर के ड्रम में भरकर मृतक के चेहरे को किसी ज्वलनशील पदार्थ से जलाकर मृतक की पहचान छुपाने का प्रयास करते हुए उसे जंगल में छुपा दिया गया था। थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा मृतक की शिनाख्त के दौरान मौके पर मिले सबूतों के आधार पर अज्ञात शव की शिनाख्त गुमशुदा व्यक्ति शेख रहीम पिता शेख सुकीम अंसारी के रुप में हुई। थाना प्रभारी महाराजपुर निरीक्षक रामेश्वर ठाकुर द्वारा तत्काल घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई तथा मौके पर मिले साक्ष्यों के आधार पर मृतक शेख रहीम की हत्या के संबंध में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना महाराजपुर पर अपराध क्रमांक 357/2020 धारा 302, 201 भादवि  के अंतर्गत पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। उक्त हत्या की घटना को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक मण्डला दीपक कुमार शुक्ला द्वारा एसडीओपी मण्डला अश्वनी कुमार और थाना प्रभारी महाराजपुर को तत्काल थाना स्तर पर विशेष टीम का गठन कर मृतक की हत्या में लिप्त अज्ञात आरोपी का पता लगाते हुए हत्या के कारणों का खुलासा करने के लिये निर्दशित किया गया।
वरीष्ठ अधिकारियों द्वारा दिये गये मार्गदर्शन पर कार्यवाही करते हुए एसडीओपी मण्डला अश्वनी कुमार तथा थाना प्रभारी महाराजपुर निरीक्षक रामेश्वर ठाकुर द्वारा थाना स्तर पर अलग अलग टीमों का गठन कर मृतक शेख रहीम की हत्या का खुलासा कर अज्ञात आरोपी का पता लगाने के लिये लगाया गया। हत्या के प्रकरण की विवेचना के दौरान थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा मृतक के घर, उसकी फेक्टरी तथा घटनास्थल को आने जाने वाले रास्तों पर लगे हर सीसीटीव्ही कैमरे को चेक कर उनके फुटेज खंगाले गये। कई घण्टों की लगातार मेहनत के बाद मृतक के घर को जाने वाले रास्ते में लगे सीसीटीव्ही फूटेज से थाना महाराजपुर पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर मृतक से मिलने जुलने वाले तथा मृतक के घर आने जाने वाले लोगों तथा मृतक के साथ आखरी बार देखे जाने वाले व्यक्तियों के संबंध में बारीकी से जांच पड़ताल की गई। प्रकरण की विवेचना के दौरान घटनास्थल से मिले सबूतों, महत्वपूर्ण तकनिकी साक्ष्यों तथा मुखबिर के माध्यम से मिली जानकारी के आधार पर थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा मृतक शेख रहीम की हत्या के संदेह में आसमा बी, जमील खान, गुलफाम उर्फ गुल्लू को पकड़कर घटना के सम्बंध में बारीकी से पूछताछ की गई। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ और विवेचना में जुटाये गये सूबतों के आधार पर तीनों संदेहियों द्वारा अपना जुर्म कबूल करते हुए पुलिस को बताया कि मृतक शेख रहीम के आसमा बी के साथ संबंध थे। मृतक से पीछा छुड़ाने के लिये आसमा बी नें अपने पति जमील खान, अफजल उर्फ बंटी, शेख आसिफ उर्फ आशिक उर्फ उल्ला, संतोष उर्फ मल्लू झारिया एवं विनय उर्फ विक्की उर्फ बिल्ला यादव के साथ मिलकर शेख रहीम की हत्या की साजिश करते हुए शेख रहीम को खाना खाने के बहाने घर बुलाकर सभी ने मिलकर पीछे से छुपकर मृतक शेख रहीम के सिर में लोहे की पाईप, राड एंव चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी और उसकी लाश को ठिकाने लगाने के लिये डामर वाली ड्रम में रख कर घंसौर रोड पहाड़ी के जंगलो में ले जाकर लाश के चेहरे पर पेट्रोल डालकर आग लगा कर फेंक दिया था। थाना महाराजपुर पुलिस द्वारा आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त हथियार, मोबाईल फोन तथा अन्य सबूतों को जप्त कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक मण्डला द्वारा अंधे हत्या के प्रकरण का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली थाना महाराजपुर पुलिस की टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई है।
विशेष भूमिका - उक्त कार्यवाही में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) मण्डला अश्वनी कुमार, थाना प्रभारी महाराजपुर निरीक्षक रामेश्वर ठाकुर, उनि. एस.एस.रामटेक्कर, उनि अमर वर्मा, उनि किशोर वामनकर, उनि. आरती धुर्वे, उनि. बबीता पहाड़े, प्रआर  सुरेश राजपूत,  प्र.आर. रोशन नेगी, प्र.आर. विदेह परते, आर. प्रियांश पाठक,  आर. सचिन चौरसिया, आर. रमेश सिंगरोरे, आर. धीरेंद्र तेकाम, आर. शिवा नाविक, आर. जैनसिंह धुर्वे एवं म.आर. भूमिता सैयाम, आर.  सुर्यचंद बघेले एवं आर. सुरेश भटेरे सायबर सेल मण्डला की विशेष भूमिका रही।