प्रदेश में बाढ़ और कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें खराब
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार बाढ़ और कीट के कारण खराब हुई फसल के नुकसान की भरपाई किसानों को करेगी।इस सिलसिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक अहम बैठक की। इसमें सीएम ने कहा कि प्रदेश में बाढ़ और कीट व्याधि से प्रभावित किसानों को हर हालत में पूरी सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। प्रदेश को पर्याप्त सहायता राशि उपलब्ध करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मंत्रियों से अनुरोध किया गया है। इस सिलसिले में जल्द ही प्रदेश के मंत्रियों और अधिकारियों का दल फॉलोअप के लिए केंद्र भिजवाया जाएगा।
एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश में बाढ़ और कीट व्याधि से लगभग 40 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें खराब हुई हैं। इनके लिए लगभग 4000 करोड़ रुपए का मुआवजा संभावित है। बीते साल प्रदेश में लगभग 60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलें खराब हुई थीं और किसानों को 2000 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया गया था।
केंद्र से 2487 करोड़ रुपए की मांग
प्रदेश में और कीट से फसलों का 39 लाख 95 हजार हेक्टेयर रकबा प्रभावित हुआ है। इसमें से 37 लाख हेक्टेयर रकबे में 33त्न से अधिक नुकसान हुआ है। केंद्र सरकार से 34 लाख 87 हजार हेक्टेयर रकबे में फसलों को हुए नुकसान के लिए 2487 करोड़ 21 लाख रुपए की सहायता राशि की मांग की गई है।
प्रदेश में कीट से फसल नुकसान
-कीट से कुल प्रभावित रकबा 29.73 लाख हेक्टेयर।
-27.80 लाख हेक्टेयर में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान।
-26.03 लाख हेक्टेयर के लिए सहायता की मांग।
-कुल मांगी गई सहायता - 1829.31 करोड़ रुपए।
-प्रभावित जिले - 25
प्रदेश में बाढ़ से फसल क्षति
-बाढ़ से कुल प्रभावित रकबा - 10.22 लाख हेक्टेयर।
-9.20 लाख हेक्टेयर रकबे में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान।
-8.84 लाख हेक्टेयर के लिए सहायता की मांग।
-657.90 करोड़ रुपए की सहायता की मांग।
-प्रभावित जिले - 27
मध्य प्रदेश में बाढ़ और टिड्डी दोनों ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। इस साल सावन सूखा रहा लेकिन भादों में बारिश की ऐसी झड़ी लगी कि बुंदेलखंड छोड़ हर तरफ से बाढ़ की खबरें आयीं। उससे पहले टिड्डी दल फसलों को नुकसान पहुंचा चुका था।