महात्मा गांधी जयंती पर ओल्ड पेंशन स्कीम के समर्थन में शासकीय कर्मचारियों ने रखा उपवास

महात्मा गांधी जयंती पर ओल्ड पेंशन स्कीम के समर्थन में शासकीय कर्मचारियों ने रखा उपवास

शहीद पार्क एवं राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में हुआ प्रदर्शन

amjad khan शाजापुर। ओल्ड पेंशन स्कीम मध्यप्रदेश के प्रांतीय आह्वान पर नेशनल मुवमेंट पेंशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम जिला इकाई शाजापुर के बैनरतले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के मौके पर शुक्रवार स्थानीय एबी रोड स्थित शहीद पार्क में समस्त विभाग के शासकीय कर्मचारियों ने सामूहिक उपवास रखकर सांकेतिक सत्याग्रह किया। सत्यागृह पुराने पेंशन पेंशन बहाली को लेकर किया गया है। सत्याग्रह कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि वर्तमान समय में शासन द्वारा दी जाने वाली नई पेंशन स्कीम में मिलने वाली राशि और सन् 2005 के पूर्व दी जाने वाली पुरानी पेंशन में बहुत ज्यादा अंतर है, जो कि शासकीय कर्मचारियों के साथ मात्र छलावा है। जबकि वास्तविकता में बुढ़ापे का सहारा पेंशन ही होती है। नई पेंशन एनपीएस पूरी तरह शेयर बाजार आधारित स्कीम है। कर्मचारी के सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन की कोई निश्चित राशि इस स्कीम के तहत प्राप्त नही होती, जबकि पुरानी पेंशन में सेवानिवृत्ति के अंतिम वेतन की आधी राशि कर्मचारियों को पेंशन के रूप में प्राप्त होती है। इसी तारतम्य में अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की 151वीं जयंती के मौके पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर सामूहिक उपवास कर्मचारियों द्वारा रखा गया। सामूहिक उपवास कार्यक्रम में कोविड 19 के सारे नियमों का पालन करते हुए कर्मचारी-अधिकारी चेहरे पर मास्क लगाए हुए शामिल हुए। इस दौरान जिलाध्यक्ष योगेश भावसार के नेतृत्व में समस्त कर्मचारियों ने ज्ञापन सौंपकर शासन से पुराने पेंशन की मांग जल्द से जल्द पूरी करने की मांग की है। इस अवसर पर संगठन के दिनेश पालिवाल, आत्माराम गुर्जर, आशीष जोशी, ओमप्रकाश पाटीदार, जॉय शर्मा, गौरव सोनी, रामप्रसाद परमार, अम्बाराम राजोरिया, विजय परमार आदि उपस्थित थे। यहां भी हुआ सत्याग्रह राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संगठन द्वारा गांधी जयंती के मौके पर सत्याग्रह कर मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। संगठन द्वारा 2004 के बाद नियुक्त कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग की गई है। चूंकि वर्तमान में 2004 के बाद नियुक्त समस्त शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारियों को ओपीएस की जगह एनपीएस का प्रावधान किया गया है। एनपीएस पेंशन प्रणाली अंतर्गत 10 प्रतिशत राशि नियोक्ता एवं 10 प्रतिशत राशि कर्मचारी के अंशदान के रूप में म्यूचल फंड एवं शेयर मार्केट में लगाई जाती है, जिससे कि बुढ़ापे की लाठी सेवानिवृत्ति के बाद एक निश्चित पेंशन अनिश्चितता की और बढ़ गई है। एनपीएस वाले ऐसे कई कर्मचारी साथी जो की सेवानिवृत्त हुए हैं आज उन्हें 800 से 1500 रुपए तक की पेंशन मिल रही है जिससे कि कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में हो गया है। इस संबंध में राष्ट्रीय पेंशन बहाली संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान के आह्वान पर गांधी जयंती पर शाजापुर विकासखंड के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों द्वारा राजराजेश्वरी माता मंदिर पर धरना प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर दिलीप जायसवाल, संजय सोनी, ललित कुंभकार, गौरव शर्मा, सत्यनारायण पाटीदार, दिनबंधु उपाध्याय, नगजीराम पाटीदार, प्रेमसिंह राणा, अमित सक्सेना, आशीष सक्सेना, सुमित गोसर, लोकेश राठौर सहित सैकड़ों कर्मचारी मौजूद रहे।