कृषक बीज उत्पादक संघ मण्डला ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

कृषक बीज उत्पादक संघ मण्डला ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

कृषक बीज उत्पादक संघ मण्डला ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

बीज उत्पादक कृषकों एवं समितियों की समस्याओं से कराया अवगत

farmer-seed-producers-association-mandla-submitted-a-memorandum Syed Javed Ali मण्डला - प्रादेशिक कृषक बीज उत्पादक संघ जिला इकाई मण्डला द्वारा बीज उत्पादन कार्यक्रम में लगे कृषक सदस्यो व उनसे जुड़ी हुई बीज उत्पादक सहकारी समितियों की समस्याओं व मांगों के निराकरण को लेकर जिले भर की बीज उत्पादन समितियों के अध्यक्ष एवं कृषकों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेकटर को सौंपा तथा बीज उत्पादक कृषकों की समस्याओ व उनसे जुड़ी बीज उत्पादक सहकारी समितियों की मांगों की निराकरण हेतु आग्रह किया जिसमे ंकृषि विभाग की योजनाओं जैसे अन्नपूर्णा, सूरजधारा बीजग्राम योजनाओं के अंतर्गत खरीफ व रबी फसल 2019-20 के प्रदाय बीज का भुगतान बीज उत्पादन समितियों से नहीं किया गया है जिससे कृषकों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है एस.एम.एस.पी. योजना अंतर्गत 500 मैट्रिक टन सह ग्रेडिंग प्लांट योजना विगत 3 वर्षो से क्रियान्वन नहीं हो पाया है पंचायत स्तर के बीज उत्पादन कृषको व समितियों को संबल प्रदान करने के लिए समितियों को एजेंसी बनायी जाए बीज उत्पादन समितियों की बेहतर वित्तीय स्थिति बनाये रखने के लिए सहकारी बैंक से सी.सी लिमिट प्रदान किया जाए जिससे समितियो ंऔर कृषक को आर्थिक मदद मिल सके। कृषक समृद्वि योजना अतंर्गत गेहूं बीज पर 265 रूपये चना मसूर बीजों पर 100 रूपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान लंबित है जिसे शीघ्र प्रदाय किया जाए। गुणवत्ता नियंत्रक द्वारा नियम विरूद्व नमूने लिया जाने की घटना आये दिन होती रहती है जिससे किसानों में भ्रम की स्थिति निर्मित होती है सहकारी समितियों मे ंबीज उत्पादक समितियों द्वारा वर्ष 2018 से 2020-21 में प्रदाय किये गए बीजों का भुगतान लंबित रखा गया है जिसे शीघ्र कराया जाना चाहिए इस तरह संघ द्वारा कृषक एवं समितियों की समस्याओं के निराकरण हेतु 11 बिंदुओं का ज्ञापन प्रदेश सरकार के नाम पर दिया गया इस अवसर पर सुनील नामदेव, सुरेश कार्तिकेय, रामप्रसाद कार्तिकेय, संत कुमार पटैल, राजीव वैष्णव, रामदुलारे पटैल, शरद मिश्रा, कृष्णासिद्वा सहित समिति के सदस्य व कृषक गण उपस्थिति थे।