चिकित्सा विभाग का तकनीकी नवाचार, वीडियो कॉल से चिकित्सा संस्थानों में औचक संवाद
100 अधिकारियों ने 2 घंटे में किए 1 हजार वीडियो कॉल
स्वास्थ्य कार्मिकों एवं रोगियों से संवाद कर जांची स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशन में प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार सुदृढ़ बनाया जा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग निरंतर तकनीकी नवाचार कर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कर रहा है। इसी कड़ी में विभाग ने अभिनव पहल करते हुए चिकित्सा संस्थानों में वीडियो कॉल के माध्यम से सीधा औचक संवाद प्रारंभ किया है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने इस नवाचार की शुरूआत बालोतरा जिले के जसोल क्षेत्र के आयुष्मान आरोग्य मंदिर मूंगड़ा में वीडियो कॉल कर की। उन्होंने अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ ब्लॉक, बारां जिले के अटरू, चूरू जिले के सरदार शहर, डीग जिले के नगर एवं ब्यावर जिले के जैतारण ब्लॉक के चिकित्सा संस्थानों में वीडियो कॉल कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया।
श्रीमती राठौड़ ने चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ एवं महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से संवाद कर उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी ली और आवश्यक दिशा—निर्देश दिए। साथ ही, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य तथा पोषण दिवस होने के कारण इस अवसर पर उपलब्ध करवाई जा रही सेवाओं के बारे में भी चर्चा की। श्रीमती राठौड़ ने लाभार्थियों से संवाद कर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता एवं उपलब्धता के संबंध में फीडबैक भी लिया।
आएमएससीएल की प्रबंध निदेशक श्रीमती नेहा गिरि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन निदेशक श्रीमती भारती दीक्षित, राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्यारेंस एजेंसी की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती प्रियंका गोस्वामी, निदेशक आईईसी शाहीन अली खान, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, निदेशक आरसीएच डॉ. सुनीत सिंह राणावत सहित अन्य निदेशक, अतिरिक्त निदेशक, परियोजना निदेशक, स्टेट नोडल आॅफिसर, संयुक्त निदेशक जोन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों सहित राज्य, संभाग एवं जिला स्तर के 100 से अधिक अधिकारियों ने दो घंटे में एक हजार से अधिक कॉल कर करीब 1 हजार चिकित्सा संस्थानों में सीधा संवाद किया।
संवाद के दौरान अधिकारियों ने मातृ—शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस से संबंधित गतिविधियों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने एएनएम, आशा, गभर्वती महिलाओं से बात कर स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति का जायजा लिया। चिकित्सा संस्थानों पर उपस्थित कार्मिकों को स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुगम एवं सुलभ बनाने के संबंध में दिशा—निर्देश भी दिए। साथ ही, साफ—सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए।
निरंतर संवाद से बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं
उल्लेखनीय है कि वीडियो कॉल के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को परखने का यह तकनीकी नवाचार निरंतर जारी रखा जाएगा। इससे अस्पतालों में मॉनिटरिंग की व्यवस्था और मजबूत होगी। अधिकारी किसी भी समय किसी भी स्थान से किसी भी चिकित्सा संस्थान की सेवाओं को परख सकेंगे। स्वास्थ्य कार्यक्रमों का निचले स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन में मदद मिलेगी। विभाग के उच्च अधिकारियों का फील्ड स्तर पर सेवाएं दे रहे कार्मिकों से निरंतर संवाद संभव होगा। आमजन से भी लगातार फीडबैक प्राप्त हो सकेगा। स्वास्थ्य सेवाओं में कमियों को चिन्हित कर उनका समुचित स्तर से तत्काल निस्तारण किया जा सकेगा। साथ ही, फीडबैक के अनुरूप स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार कर उन्हें पेशेंट व पब्लिक फ्रेण्डली बनाया जा सकेगा।