मोबाइल एप लोगों की आवाज सुनकर बताएगा कि कोरोना है या नहीं

मोबाइल एप लोगों की आवाज सुनकर बताएगा कि कोरोना है या नहीं

नई दिल्ली। कोरोना की कई वैक्सीन बन चुकी हैं, साथ ही इससे निपटने के लिए तमाम किस्म की दवाइयां भी बाजार में उपलब्ध हैं,  वहीं कोरोना टेस्टिंग के कई ऑप्शन भी मौजूद हैं। इसी क्रम में ताजा अपडेट ये है कि वैज्ञानिकों ने एक नया मोबाइल ऐप विकसित किया है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से लोगों की आवाज का विश्लेषण करके यह पता लगा सकता है कि किसी व्यक्ति को COVID-19 संक्रमण है या नहीं, ऐसा दावा किया जा रहा है। 

नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने ऐसा मोबाइल ऐप विकसित किया है

नीदरलैंड की मास्ट्रिच यूनिवर्सिटी के इंस्टीट्यूट ऑफ डेटा साइंस के शोधकर्ताओं का दावा है कि ऐप अन्य एंटीजन परीक्षणों की तुलना में ज्यादा सटीक, सस्ता, त्वरित और आसान है। यह कम आय वाले उन देशों में उपयोगी हो सकता है, जहां आरटी-पीसीआर टेस्ट महंगे हैं। इस रिसर्च को स्पेन के बार्सिलोना में यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसायटी इंटरनेशनल कांग्रेस में पेश किया गया। इंस्टीट्यूट ऑफ डेटा साइंस के शोधकर्ता वफा अलजबवी ने कहा, ऐप के अच्छे रिजल्ट बताते हैं कि सरल वॉयस रिकॉर्डिंग और फाइन-ट्यून एआइ एल्गोरिदम यह निर्धारित करने में सक्षम हैं कि किन रोगियों को कोविड-19 संक्रमण है।

ऑडियो सैंपल का किया आकलन
ऐप बनाने वाले वैज्ञानिकों ने 4,352 स्वस्थ और बीमार प्रतिभागियों में से 893 के ऑडियो सैंपल का आकलन करने के लिए मेल-स्पेक्ट्रोग्राम विश्लेषण का उपयोग किया। इनमें से 308 लोगों को कोविड पॉजिटिव पाया गया।

89 फीसदी सटीक
वैज्ञानिकों का दावा है कि यह ऐप कोविड पॉजिटिव मामलों की पहचान करने में 89 फीसदी, जबकि नेगेटिव मामलों की पहचान में 83 फीसदी तक सटीक रहा।