वजन घटाने के लिए चीनी की जगह गुड़ का करें इस्तेमाल

क्या आप उन लोगों में से हैं जो सफेद चीनी के ऊपर ब्राउन शुगर या गुड़ खाना पसंद करते हैं? मोटापा कम करने के लिए अगर आप सफेद चीनी की जगह गुड़ या शहद का प्रयोग करते हैं, तो यह काफी अच्छी बात है। जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं वे अपने डायट में कैलोरी की मात्रा बड़ी ही सोंच-समझ कर लेते हैं। ऐसे में चीनी और गुड़ की कैलोरी में कितना अंतर है और कौन सी कितनी ज्यादा हेल्दी है, इसके बारे में आज हम चर्चा करेंगे।
अगर आप वजन घटाने को ध्यान में रखते हुए गुड़ का सेवन कर रहे हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि चीनी और गुड़ दोनों में लगभग समान मात्रा में कैलोरी होती है। इसका मतलब यह है कि गुड़ के साथ चीनी की जगह आपके वेट लॉस जर्नी पर कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं है।
चीनी और गुड़ दोनों गन्ने के रस से बनाए जाते हैं। लेकिन, उन्हें अलग तरीके से संसाधित किया जाता है। शुगर सिरप को ट्रांसपैरेंट करने के लिए चारकोल का इस्तेमाल होता है। चीनी बनाने के लिए इसमे कई तरह के फार्मलीन मिलाए जाते हैं। फार्मलीन एक प्रकार का कैमिकल है, जो हेल्थ के लिए खराब साबित हो सकता है।
वहीं, अगर गुड़ की बात करें तो इसे बानने में किसी भी प्रकार के कैमिकल का प्रयोग नहीं होता, जिस कारण इसका पोषण मूल्य चीनी से अधिक है। गुड़ में आयरन, मिनरल्स, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं। मोटापा कम करने में गुड़ बहुत अच्छा काम करता है।
चीनी को 'खाली कैलोरी' कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि इसमें जीरो न्यूट्रिशनल वैल्यू के साथ ढेर सारी कैलोरी होती है। वहीं, गुड़ में भले कैलोरी होती हो, मगर यह ढेर सारे पोषक तत्वों से भरा होता है। भोजन के बाद गुड़ खाने से बेहतर पाचन में मदद मिलती है। साथ ही, यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।