मस्तूरी में उपचार और व्यवस्था में खामियों के कारण अराजकता की स्थिति -डॉ बांधी

मस्तूरी में उपचार और व्यवस्था में खामियों के कारण अराजकता की स्थिति -डॉ बांधी

बिलासपुर
मस्तूरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की और उनकी व्यवस्थाओं में अनेक खामियां हैं जिनके चलते यहां पर अराजकता का माहौल निर्मित हो गया है। ये आरोप भाजपा के विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी ने लगोय हैं उन्होंने कहा कि अफसरों के गैरजिम्मदाराना कार्यों के चलते यह स्थिति उतपन्न हुई है।

डॉ बांधी ने कहा कि न तो वहां टेस्टिंग के ही पर्याप्त इंतजाम हैं और न ही क्वॉरेंटाइन तथा आइसोलेशन का कोई मुकम्मल प्रबंध ही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण के बढऩे और संक्रमित मरीजों की संख्या में निरंतर इजाफा होने के लिए प्रदेश सरकार की अव्यवस्था और कूप्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि बाहर से प्रवासी मजदूरों को छत्तीसगढ़ में लाने के समय उनके जांच और क्वॉरेंटाइन सेंटरों की अव्यवस्था के कारण ही तेजी से गांव गांव में कोविड-19 का संक्रमण फैला हुआ है। डा. बांधी ने आरोप लगाया कि गांव में क्वारंटाइन सेंटर तो खोल दिए गए। लेकिन सरपंचों को क्वॉरेंटाइन सेंटरों की व्यवस्था के लिए एक रुपया भी नहीं दिया गया। इसके कारण संसाधनों की कमी के चलते सभी क्वारंटाइन सेंटर अव्यवस्था के शिकार हो गए।

भाजपा विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार शुरू में तो कोरोना के मामले में हीरो बनती रही। लेकिन बाद में जैसे-जैसे हालात बिगड़ते गए, सरकार की तमाम व्यवस्थाएं और इंतजाम दिवालिया हालात में पहुंचते गए।उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि अभी भी सरकार और प्रशासन को सचेत होकर पूरी गंभीरता और समर्पण से गांव गांव में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और आइसोलेशन तथा क्वॉरेंटाइन होने वाले मरीजों के उपचार समेत तमाम इंतजाम तत्परता से करनी चाहिए अन्यथा हालात और भयावह तथा नियंत्रण के बाहर हो सकते हैं।