awdhesh dubeyविदिशा, विदेश मंत्री और सांसद सुषमा स्वराज गुरुवार को मध्य प्रदेश स्थित अपने निर्वाचन क्षेत्र विदिशा आईं. बीमारी की वजह से वह करीब 3 साल बाद यहां आई थीं. उनके विरोध और गुमशुगदी के पोस्टर लगा चुकी कांग्रेस ने भी 'दीदी' के आने का स्वागत किया. सुषमा स्वराज यहां आकर भावुक हो गईं. उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की और फिर मंच से ऐलान किया कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन हर महीने वह विदिशा ज़रूर आएंगी.
वे विदिशा लोकसभा सीट के आठों विधान क्षेत्रों में जाएंगी, ताकि किसी को यह शिकायत ना रहे कि दीदी हमसे दूर हो गईं. सुषमा स्वराज ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट के बाद डॉक्टरों ने उन्हें भीड़ से दूर रहने की सलाह दी है ताकि इंफेक्शन न हो.
विदेश मंत्री एक ऑडिटोरियम का लोकार्पण करने आईं थीं. अपनी बीमारी की वजह से वह लंबे समय से विदिशा से दूर थीं. कांग्रेस लगातार इसे मुद्दा बना रही थी. विदिशा में सांसद की गुमशुदगी के पोस्टर तक लगाए गए.
उनके लोकार्पण दौरे का भी कांग्रेस ने विरोध किया था और प्रशासन को एक आग्रह पत्र सौंपा था जिसमें उनसे विदिशा नहीं आने का अनुरोध किया गया था, लेकिन सुषमा स्वराज आईं तो कांग्रेस ने भी उनका स्वागत किया. माना जा रहा है कि भोपाल से आलाकमान के हस्तक्षेप के बाद इस विरोध को टाल दिया गया. अपने स्वास्थ्य के कारण पहले ही चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान कर चुकी सुषमा स्वराज ने फिर मंच से अपनी बात दोहराई.