सत्ता में पीढ़ी परिवर्तन की शुरुआत का संदेश देने जा रही भाजपा
संभावित मंत्रियों की सूची से कई कद्दावर विधायकों के नाम गायब, नए को मिलेगी जगह जगह
भोपाल। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार के कैबिनेट विस्तार पर पिछले कई दिनों से अटकलों का बाजार गर्म था। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद ही संशय के बादल को हटा दिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रिमडल विस्तार को लेकर जानकारी साफ कर दी है, उन्होंने कहा कि गुरुवार के दिन विस्तार होगा। मंत्रीमंडल के महामंथन पर मीडिया के सवालों पर सीएम ने कहा कि मंथन से अमृत निकलता है और विष शिव जी पी जाते हैं। उन्होंने बताया कि आज राज्यपाल शपथ लेंगी। गौरतलब है कि आज मध्य प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल दोपहर तक भोपाल आएंगी। इसके बाद मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश उन्हें राज्यपाल के रूप में शपथ दिलाएंगे।

जानकारों की मानें तो इस बार मंत्रिमंडल में कई नए चेहरे पहली बार शामिल किए जा रहे हैं। इनके माध्यम से भाजपा सत्ता में पीढ़ी परिवर्तन की शुरुआत का संदेश देने जा रही है। जबकि कई कददावर विधायकों को मंत्रिपद नहीं मिल पा रहा है।
इस तरह बदलता रहा घटनाक्रम
मध्य प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सीएम शिवराज कई तरह के दबाव झेल रहे थे। एक तरफ उनके ऊपर पुराने विधायक और पूर्व मंत्रियों का दबाव था, जो खुद को मंत्रिमंडल में लिए जाने की कवायद कर रहे थे। वहीं नए चेहरों को शामिल करने की जद्दोजहद अलग। ऐसे में पुराने और नए चेहरों के बीच सामंजस्य बैठाने में समस्या थी। इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया फैक्टर भी था। सिंधिया भी अपने समर्थकों को शिवराज कैबिनेट में जगह दिलाने को लेकर अड़े हैं। ऐसे में शिवराज कैबिनेट का विस्तार टल गया था।
ये बन सकते हैं मंत्री
जिन विधायकों को मंत्रिमंडल के दूसरे विस्तार में शपथ दिलाई जाना है, उनमें कई नए चेहरे भी शामिल हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक गिरीश गौतम, रामखिलावन पटेल, गोपाल भार्गव, भूपेंद्र सिंह, चेतन्य काश्यप, मोहन यादव, विष्णु खत्री, उषा ठाकुर, प्रेमसिंह पटेल, अरविंद भदौरिया, हरीशंकर खटीक, अशोक रोहाणी और नंदिनी मरावी आदि को लेकर कई दौर की बातचीत हुई है। रामेश्वर शर्मा भी दौड़ में बने हुए हैं।
खतरे में इनकी दावेदारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पिछली सरकार में मंत्री रहे रामपाल सिंह, संजय पाठक, राजेंद्र शुक्ल, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन, पारस जैन, अजय विश्नोई, जालम सिंह पटेल, सुरेंद्र पटवा और विश्वास सारंग के नाम पर तलवार लटकी हुई है। इनमें से ज्यादातर शिवराज के भरोसेमंद रहे हैं।
9 मंत्री सिंधिया कोटे से
पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से जिन लोगों के नाम अंतिम चरण में पहुंचे हैं, उनमें इमरती देवी, प्रद्युम्न सिंह तोमर, महेंद्र सिंह सिसौदिया, बिसाहूलाल सिंह, एदल सिंह कंषाना, राजवर्द्घन सिंह दत्तीगांव के साथ रणवीर जाटव का नाम शामिल है।
25 मंत्री ले सकते हैं शपथ
भाजपा सूत्रों के मुताबिक दूसरे विस्तार में लगभग 25 मंत्री शपथ ले सकते हैं। फिलहाल कैबिनेट में सीएम सहित छह मंत्री हैं। मप्र में कुल 35 मंत्रियों को कैबिनेट में रखा जा सकता है। ऐसी संभावना है कि दो जुलाई को शपथ दिलाई जा सकती है।
आज भोपाल आ रहे सहस्त्रबुद्धे
मध्य प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर दिल्ली में भी कई बैठकों का दौर चला, खुद सीएम शिवराज सिंह चौहान दिल्ली में दो दिन आला नेताओं से मिले थे। माना जा रहा है कि इन सबके बाद भी तय समय पर मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया, क्योंकि कुछ नामों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी वहीं पहुंच गए थे। अब प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे मंत्रियों के नामों की लिस्ट लेकर भोपाल आने वाले हैं।
सिंधिया भी आ सकते हैं
अब जब यह तय हो गया है कि गुरुवार के दिन मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है तो राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस कार्यक्रम में शामिल होने आ सकते हैं। पहले वे 30 जून को ही भोपाल आने वाले थे, लेकिन आज 1 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार का कार्यक्रम टलने के बाद उन्होंने दिल्ली से भोपाल आना रद्द कर दिया था। इस विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक कुछ चेहरो शामिल होना पक्का माना जा रहा है।