कानपुर, कानपुर के चर्चित विकास दुबे एनकाउंटर केस की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। सूत्रों के मुताबिक टीम ने अपनी रिपोर्ट 5700 पन्नों में तैयार की है, जिसे वह 20 सितम्बर को शासन को सौंपने की तैयारी में है। इसके बाद आगे की रूपरेखा तय की जाएगी।
बिकरू कांड और एनकाउंटर्स के बाद शासन ने इसकी घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया था। इसका नेतृत्व एडिशनल चीफ सेक्रेटरी संजय भूसरेड्डी कर रहे हैं। इसमें एडीजी हरीराम शर्मा और डीआईजी जे रविन्द्र गौड़ भी हैं। टीम की जांच अब तक जारी थी। जिसमें बिकरू कांड का घटनास्थल, एनकाउंटर स्पॉट्स आदि देखे गए। इसके साथ ही कुख्यात विकास दुबे और उसके सहयोगियों का साथ देने वाले पुलिस कर्मियों की भी जांच की गई। बिकरू से जुड़ी सभी घटनाओं और दस्तावेजी कार्रवाई को एसआईटी ने अपनी जांच में शामिल किया है।
पासपोर्ट विभाग भी जय बाजपेई पर कसेगा शिकंजा
ईडी, आयकर और रेलवे के बाद अब पासपोर्ट विभाग द्वारा भी कुख्यात विकास दुबे के खास गुर्गे जय बाजपेई और उसके परिजनों के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर चुका है। जय बाजपेई और उसके परिजनों को जारी किए गए पासपोर्ट की जांच शुरू हो चुकी है। पासपोर्ट को गलत सूचना देकर बनवाए जाने कि शिकायत दिल्ली में की गई थी। इस मामले में आरोप सिद्ध होने के साथ ही जय और उसके परिजनों को जानकारी छुपाकर पासपोर्ट लेने की धाराओं में एक और रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
जय बाजपेई और उसके परिजनों ने जो पासपोर्ट जारी कराए हैं। उसे लेकर एडवोकेट सौरभ भदौरिया ने दिल्ली स्थिति सेन्ट्रल पासपोर्ट ऑफिस में शिकायत दर्ज कराई थी। एडवोकेट का आरोप है कि जय और उसके भाइयों के खिलाफ मुकदमे दर्ज होने के बावजूद उन लोगों ने इस तथ्य को छुपाते हुए पासपोर्ट बनवा लिया था। पासपोर्ट दफ्तर से शुरू हुई जांच में अगर यह तथ्य सही पाए गए तो जय और उसके भाइयों के खिलाफ विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज कराने की बात कही गई है।