संजय द्विवेदी बने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के कुलपति

संजय द्विवेदी बने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विवि के कुलपति
भोपाल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्‍ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्‍वविद्यालय  को लेकर बड़ी खबर सामने आई है. यूनिवर्सिटी के मौजूदा कुलसचिव और जनसंचार विभाग में प्रोफेसर संजय द्विवेदी को कुलपति का अतिरिक्‍त प्रभार दिया गया है. इसके साथ ही उन्‍हें कुलसचिव के प्रभार से मुक्‍त कर दिया गया है. उनके स्‍थान पर प्रोफेसर अविनाश वाजपेयी को विश्‍वविद्यालय को नया कुलसचिव बनाया गया है. आपको बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार दीपक तिवारी इससे पहले MCU के कुलपति थे. उन्होंने कुछ ही दिन पहले अपने पद से इस्तीफा दिया था. बहुत उतार-चढ़ाव देखे संजय द्विवेदी ने माखनलाल पत्रकारिता विश्वविद्यालय के कुलपति बनाए गए संजय द्विवेदी इससे पहले इसी यूनिवर्सिटी में पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष थे. पूर्व कुलपति जगदीश उपासने के कार्यकाल के दौरान इन्हेें विश्वविद्यालय का कुलसचिव भी बना दिया गया था. लेकिन मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनने के बाद इनके मुश्किल दिन शुरू हो गए. 2019 में जब दीपक तिवारी ने यूनवर्सिटी के कुलपति का पदभार संभाला तो संजय द्विवेदी को पहले कुलसचिव पद से हटाया गया. कुछ दिनों के बाद इनसे पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष का पद भी ले लिया गया. इसके बाद संजय द्विवेदी यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर अपनी सेवाएं दे रहे थे. अब जबकि प्रदेश में दोबारा बीजेपी सत्ता में आ गई है, तो संजय द्विवेदी को इस विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया है. सालभर ही कुलपति रहे दीपक तिवारी आपको बता दें कि माखनलाल विश्वविद्यालय के कुलपति दीपक तिवारी ने पिछले महीने ही अपने पद से इस्तीफा दिया है. प्रदेश में सरकार बदलने के साथ ही दीपक तिवारी ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री और महापरिषद के अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान को भेज दिया था. उन्होंने फरवरी 2019 में कुलपति का पदभार ग्रहण किया था. दीपक तिवारी के कार्यकाल में दो बाहरी फैकल्टी के सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों को बड़ा विवाद हुआ था. कई छात्रों को यूनिवर्सिटी से निष्कासित भी कर दिया गया था. लेकिन तत्कालीन कुलपति ने इस विवाद का निपटारा करते हुए बाद में छात्रों को परीक्षा देने की अनुमति दे दी थी. दीपक तिवारी के इस्तीफा देने के बाद पी. नरहरि को प्रभारी कुलपति का पद दिया गया था. इसके बाद प्रदेश में IAS अफसरों के तबादले के साथ ही नरहरि को माखनलाल से हटा दिया गया है और नए कुलपति की बहाली कर दी गई है.