प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओले की बौछार

प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओले की बौछार
भोपाल, मध्य प्रदेश में एक बार फिर मौसम बदला है। पिछले एक-दो दिनों से कई जिलों में लगातार बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। शुक्रवार को सुबह भी भोपाल के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। वहीं महाकोशल और विंध्य क्षेत्र के कई जिलों में बारिश देर रात तक जारी रही। वहीं सतना, जबलपुर, पन्ना, शहडोल और नरसिंहपुर जिले में सुबह से ही तेज बारिश के साथ इन जिलों के देर रात ओले भी गिरे हैं। ओलावृष्टि से फसलों को काफी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, हिमालय क्षेत्र में हुई बारिश का असर राज्य में भी पड़ा है। वहीं, आगामी 24 घंटों में राज्य के कई हिस्सों में बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम में एक बार फिर ठंड बढ़ने की संभावना बन गई है। आगर मालवा में संतरे की फसल बर्बाद आगर मालवा जिले के 150 से ज्यादा गांवों में संतरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई। तेज आंधी से पेड़ों की डालियां टूट गईं। जो पेड़ बचे, उनके फल भी टूटकर नीचे बिखर गए। राजधानी में रात का तापमान 17 डिग्री पार राजधानी भोपाल के कोलार समेत कई इलाकों में देर रात बारिश हुई। कटनी में भी रात में हल्की बारिश हुई। अभी गरज के साथ बूंदाबांदी हुई। भोपाल का दिन का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक था। जबकि रात का तापमान 3.6 डिग्री की बढ़त के साथ 17.5 डिग्री पर पहुंचा। यह सामान्य से पांच डिग्री अधिक था। शुक्रवार का तापमान शुक्रवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 17.6 डिग्री सेल्सियस, इंदौर का 14.6, ग्वालियर का 14 और जबलपुर का न्यूनतम तापमान 16.4 सेल्सियस दर्ज किया गया। फसल खराब, सर्वे शुरू: सतना जिले के सोहावल, सेमरी, पथरोंदा और इटमा में ओलावृष्टि से खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों और चने की फसल को नुकसान पहुंचा है। बारिश और ओलावृष्टि की वजह से फसलों को कितना नुकसान हुआ है, प्रशासन इसकी जानकारी जुटा रहा है। मप्र सरकार ने पहले ही फसलों के नुकसान का सर्वे कराने का ऐलान किया है। फसलों को सर्वे कराया जाए: मध्यप्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धन सिंह ने ओलावृष्टि प्रभावित किसानों की फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ओलावृष्टि से किसानों को नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों की फसलों का सर्वे कराया जाए।