khemraj mourya
दिनारा। दिनारा थाना क्षेत्र के ग्राम छितिपुर में पंचायत भवन में कैद दो दर्जन से अधिक गायो बैलों की भूख प्यास से तड़प तड़प कर मौत हो गई। वही पंचायत के जिम्मेदारो की लापरवाही की एक सप्ताह से अधिक समय से कैद गायो को न तो सरपंच ने देखा और न ही सचिव ने। खास बात यह है कि इस मामले में सरपंच व सचिव पल्ला झाड़ते नजर आ रहे है सरपंच शिमला लोधी व रोजगार सहायक वेदव्यास का कहना है कि ग्रामीणों ने रात में ताला तोड़कर उन गायों को अंदर कैद किया गया। अगर ग्रामीणों ने ऐसा किया तो सवाल यह है कि सरपंच सचिव ने 15 से बीस दिनों से बंद जानवरो की सूचना पुलिस को क्यो नही दी और जिन्होंने उन गायो को ताला तोड़कर पंचायत भवन के अंदर कैद किया, उनके खिलाफ मामला दर्ज क्यो नही कराया गया। वही कुछ सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में सरपंच व रोजगार सहायक सहित ग्रामीण शामिल हैं। क्योंकि इन जानवरों के द्वारा सरपंच व रोजगार सहायक सहित ग्रामीणों की फसल को रात में खेतों में पहुँचकर नुकसान पहुंचा रहे थे, जिस कारण उन जानवरो को बंद किया गया था।
गौ सेवक संघ ने की कार्यवाही की मांग
घटना के तुरंत बाद गौ सेवक संघ की एक टीम जब छितिपुर पहुँची तो वहाँ पर कुछ ग्रामीण एकत्रित होकर टीम से भी अपशब्द बोलते नजर आए जिसके बाद सोमवार को टीम ने दिनारा थाना पहुँचकर सरपंच व सचिव रोजगार सहायक व ग्रामीणों पर कार्यवाही के लिए आवेदन भी दिया लेकिन जब दिनारा पुलिस ने इस ओर ध्यान नही दिया तो गौ सेवक संघ ने मंगलवार को जन सुनवाई में एक आवेदन कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को दिया और कार्यवाही की मांग की।
इनका कहना है
सरपंच सचिव व रोजगार सहायक की लापरवाही से करीब 30 गायों की मौत हो गई। अगर ग्रामीणों ने उनको कैद किया गया था तो उनके खाने पीने प्रबंध भी करना चाहिए। दोषियों पर प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है अगर प्रशासन ने शीघ्र इन दोषियों पर कार्यवाही नही की तो गौ सेवा संगठन द्वारा आंदोलन किया जावेगा।
कल्लू महाराज अध्यक्ष गौ सेवा संगठन