हमारी वोटों की सरकार को नोटों से गिरा दिया, शिवराज किस काम के: कमलनाथ

हमारी वोटों की सरकार को नोटों से गिरा दिया, शिवराज किस काम के: कमलनाथ

मध्यप्रदेश मेरा मंदिर, जनता मेरी भगवान: कमलनाथ

अशोकनगर में कमलनाथ ने शिवराज-सिंधिया पर जमकर निशाना साधा

asish malviya अशोकनगर। मप्र में 28 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव का घमासान दिन पर दिन तेज होता जा रहा है। भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे को घेरने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस कारण उपचुनाव में जुबानी जंग चरम पर है। रविवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने अशोकनगर में शिवराज-सिंधिया पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने भाजपा की शिव-ज्योति एक्सप्रेस को एक एक कर टारगेट किया। उन्होंने कहा शिवराज सिंह चौहान किस काम के मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने ऐसा प्रदेश हमें सौंपा था जो किसान आत्महत्या में नंबर वन, बेरोजगारी, महिला अत्याचार और भृष्टाचारी में नंबर वन। कौन सी चुनौतियां हमारे सामने नहीं थी। मुझे ताज्जुब होता है कि इस क्षेत्र में कृषि महाविद्यालय भी नहीं है। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दो दिन पहले मंदसौर के सुवासरा में घुटनों पर बैठकर प्रणाम करने के मामले में बड़ी प्रतिज्ञा ली है। उन्होंने कहा कि उन्हें बताना चाहता हूं, अब मैं हर भाषण से पहले घुटने पर बैठकर जनता को प्रणाम करूंगा। मध्यप्रदेश मेरा मंदिर है और जनता मेरी भगवान। हमारी वोटों की सरकार को नोटों से गिरा दिया अशोकनगर जिले के राजपुर कस्बे में कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज-सिंधिया पर जमकर निशाना साधा। कमलनाथ ने भाजपा की शिव-ज्योति एक्सप्रेस को एक एक कर टारगेट किया और कहा कि 15 साल बाद मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी थी प्रदेश की जनता से तय किया था कि बहुत हो गया शिवराज अब वो कांग्रेस की सरकार चाहते हैं लेकिन हमारी वोटों की सरकार को नोटों से गिरा दिया गया। कमलनाथ बोले मैं महाराजा नहीं और कोई मेरा गुलाम नहीं है, मैं मामा नहीं हूं और जेब में नारियल नहीं रखता, घोषणाएं नहीं करता और झूठ नहीं बोलता और न ही चाय बेचता हूं। कमलनाथ हूं छिंदवाड़ा में सबसे बड़ा हनुमान मंदिर बनाया है। नौजवान ठेका नहीं, रोजगार चाहता है, व्यवसाय चाहता है कमलनाथ ने कहा 15 साल किसानों पर अत्याचार होता रहा और भाजपा व शिवराजसिंह बोलते रहे किसान का बेटा हूं, कैसे किसान के बेटे हो? किसानों का कर्जामाफ किया तो शिवराजजी को रास नहीं आया, वह झूठ बोलते रहेंगे कि सभी किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ। हां मैं कहता हूं कि सभी किसानों का कर्जा माफ नहीं हुआ और करूंगा भी नहीं, गरीब किसानों का ही कर्जा माफ करूंगा। उन्होंने कहा आज का नौजवान ठेका नहीं चाहता है, रोजगार चाहता है व्यवसाय चाहता है। कैसे मप्र बनेगा हमारा, नौजवानों का भविष्य अंधेरे में रहे तो सबसे बड़ी चुनौती है। नौजवानों का भविष्य कैसे सुरक्षित रहे, कैसे निवेश आए। 15 साल में जितने उद्योग लगते नहीं थे, उतने बंद हो जाते थे, किसी को प्रदेश पर विश्वास नहीं था, मैंने शुरुआत की कि विश्वास बने, माफियाओं के खिलाफ मैंने युद्ध शुरु किया। शिवराजजी 15 साल का हिसाब दीजिए कितने नारियल फोड़े और कितनी घोषणाएं कीं कमलनाथ ने कहा शिवराजजी हिसाब दीजिए इन नौजवानों के भविष्य का, किसानों के भविष्य का। 15 साल की लूट की व्यवस्था जो आपने बनाई थी और मैं उसे सुधारने की कोशिश कर रहा था। शिवराजजी 15 साल का हिसाब दीजिए कितने नारियल फोड़े और कितनी घोषणाएं कीं, कहता हूं तो पेट में दर्द हो जाता है। क्या घोषणाओं से विकास होगा? यह आसान राजनीति है कुछ भी कह दो, जनता को मूर्ख बना दो। कुछ नहीं होता तो राष्ट्रवाद की बात शुरु कर देते हैं, चीन और पाकिस्तान की बात करने लगते हैं। कमलनाथ ने सिंधिया पर हमला करते हुए कहा कि गद्दारी सिर्फ कांग्रेस के साथ नहीं हुई है बल्कि पूरी अशोकनगर की जनता के साथ हुई है। सिंधिया के दो साल पहले के भाषण देखिए, मंच से कहते थे कि शिवराजजी आपके हाथों पर किसानों का खून है, भूल गए क्या। शिवराजजी क्या कहते थे कि सिंधियाजी आपके परिवार ने तो झांसी की रानी से गद्दारी की है। दो साल पहले एक-दूसरे की आलोचना करते थे, इन्हें सबक सिखाना होगा।