4.22 लाख रूपये नगदी व दो मोबाईल के साथ दो आरोपी गिरफ्तार
rafi ahmad ansariबालाघाट। सम्पूर्ण बालाघाट जिला सट्टे की चपेट में है, आज यह बात सच्ची साबित हो चुकी है। प्रतिमाह कोई न कोई क्रिकेट सिरीज देश विदेश में चलते रहती है, किंतु जल्दी करोडपति बनने की चाह में बेरोजगार यूवा आईपीएल सट्टे की गिरफ्त आ जाते है। क्योकि यह आईपीएल पैसा कमाने की लालसा को बढ़ावा देता है। जंहा बालाघाट पुलिस ने गोपनीय सुचना के आधार पर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत हरिओम नगर से लाखो का आईपीएल सट्टा पकडने में सफलता हासिल की है। जंहा पुलिस ने हरिओम नगर निवासी राजेंद्र पिता रामलाल बोचपे को अपने घर में आईपीएल सट्टा खिलाते व खेलने वाले ग्राहक डिलेश भोरगढे को रूपयें प्रदान करते रंगे हाथ पकडकर दोनो को गिरफ्तार किया। जंहा पुलिस ने मौके से 4 लाख 22 हजार रूपये व 02 मोबाईल,आईपीएल रिकार्ड जप्त किया है। वही तीसरा आरोपी राजेंद्र का बेटा लक्की बोपचे फरार है, जो इस खेल का मुख्य सरगना है।
दरअसल आईपीएल मैच के सट्टे के व्यापार के संबंध में आरोपियों की धरपकड़ हेतु कोतवाली पुलिस को वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिशा निर्देश दिए गए थे। जहां इस संबंध में मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर नगर पुलिस अधीक्षक बालाघाट के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। जहां 5 अक्टूबर को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि एक लड़का आईपीएल में जीता हुआ पैसा लेने के लिए सटोरिया लड़के के घर जा रहा है। जहां उक्त सूचना पर कोतवाली पुलिस ने व्यक्ति की घेराबंदी का पकड़ा, जिसने अपना नाम डिलेश पिता गुलाबचंद भोरगढे निवासी समनापुर बताया। उसने पूछताछ में बताया कि वह आईपीएल सट्टे में जीते हुए रुपए लेने लक्की बोपचे के घर जा रहा है। जहां लक्की बोपचे अपने पिताजी राजेंद्र बोपचे के साथ मिलकर आईपीएल का सट्टा खिलाता है। लक्की भोपाल में बैठ कर सट्टा खिलाता है और उसके पिता राजेंद्र पैसे का लेन देन करता है। डिलेश ने 23 हजार रूपये जीते थे, जहां वह पैसे लेने सटोरिया लक्की बोपचे के घर जा रहा था, लेकिन मुखबीर तंत्र की सुचना पर पुलिस ने अपना जाल बिछाया और डिलेश भारेगढे और सटोरियें हरिओम नगर निवासी राजेंद्र पिता श्यामलाल बोपचे को रूपये का लेनदेन करते रंगे हाथ पकड लिया।
आरोपी का बेटा लक्की बोपचे सट्टा खिलाता और पिता को पैसे का लेने देन करने को कहता था। जहां उसके पिता लक्की के द्वारा भेजे गये लोगो से देने-देने करते थे। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए आरोपी राजेद्र बोपचे के पास से करीब 3.99 लाख रूपये व सट्टे की लिखा-पढ़ी के दस्तावेज, मोबाइल फोन जप्त किये और आरोपी डिलेश भोरगढे से भी जीते हुए नगदी 23000 रूपये व मोबाईल जप्त किए। वही पुलिस ने बताया कि आरोपियों के कथन मेमोरेंडम के आधार पर लक्की बोपचे को भी आरोपी बनाया गया है, जो अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। वही पकडायें दोनो आरोपीयों को भी जमानत पर रिहा कर दिया गया है। उक्त कार्रवाई में पुलिस ने 4.22 लाख नगदी तथा दो मोबाइल जप्त किए गए हैं। साथ ही आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 654 /2020 धारा 4(क) सट्टा एक्ट का अपराध कायम कर जांच में लिया गया है। साथ ही आरोपियो के पास से जप्त रिकार्ड खंगाल रही है, क्योकि पुलिस को मामले में अन्य लोगो के भी जुडे रहने की संभावना है। आईपीएल क्रिकेट पैसा कमाने की लालसा को बढ़ावा देती है, जहां युवा 'करोडपति' बनने का इसे शॉर्टकट रास्ता समझकर सट्टा खेलने में लिप्त रहते है। लेकिन आपको बता दे, पैसा कमाने की लालसा को बढ़ावा देने वाली आईपीएल क्रिकेट की सट्टेबाजी महज एक लत नहीं बल्कि खूनी खेल का कारण भी बनती है। जहां कर्ज में डूबे कई युवा आत्महत्या जैसे कदम तक उठा लेते है। आर्थिक मंदी और कोरोना के कारण बाजार में कैश की कमी जरूर है लेकिन इसके बावजूद सटोरियों की निगाहें उम्मीद से भरी रहती है।