amjad khanशाजापुर। मॉडल मंडी एक्ट के विरोध में शिवराज सरकार के खिलाफ मंडी कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है और कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर मंडी गेट के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि कृषि उपज मंडियों के संचालन एवं नियमन नियंत्रण में बदलाव को लेकर केंद्र सरकार द्वारा मॉडल एक्ट के जारी अध्यादेश को राज्य शासन ने प्रदेश में लागू करने और इसे विधानसभा में पारित कराने के निर्णय लिया है, जिसके विरोध में 25 सितंबर से संयुक्त संघर्ष मोर्चा मप्र मंडी बोर्ड भोपाल के आह्वान पर शाजापुर सहित जिले की गल्ला मंडियां पूरी तरह से अनिश्चितकाल के लिए बंद पड़ी हुई हें। शनिवार को भी कर्मचारी हड़ताल के चलते धरने पर डटे रहे। हड़ताली कर्मचारियों ने बताया कि सरकार से कर्मचारी संघ की मांग है कि मंडियों में लागू मॉडल एक्ट को समाप्त किया जाए, क्योंकि उक्त नवीन मॉडल एक्ट कर्मचारियों, कृषकों, हम्मालों और व्यापारियों के हित में नही है। कर्मचारियों की मांग है कि मंडी समिति सेवा, मंडी बोर्ड सेवा एवं राज्य मंडी बोर्ड सेवा इन तीनों सेवाओं को एकीकृत कर सिर्फ राज्य मंडी सेवा किया जाकर मध्य प्रदेश शासन के कर्मचारी घोषित किया जाए, मंडी कर्मचारियों के लिए वेतन भत्ते और पेंशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कर्मचारियों ने बताया कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नही किया जाएगा तब आंदोलन जारी रहेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में मंडी कर्मचारी उपस्थित थे।
बेरौनक पड़ी हैं मंडियां
कर्मचारियों की हड़ताल के चलते मंडियां बेरौनक पड़ी हुई हैं। गौरतलब है कि अक्टूंबर माह में खरीफ फसल की आवक शुरू होने मंडियों में रौनक बनी रहती है, लेकिन इस वर्ष मॉडल मंडी एक्ट के विरोध में कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर हैं जिसके कारण मंडी गेट पर ताला लगा हुआ है और खरीदी कार्य पूरी तरह से बंद होने की वजह से मंडी परिसर विरान हो गया है। ऐसे में फिलहाल मंडी परिसर कब तक विरान रहेगा यह कह पाना मुश्किल है, क्योंकि सरकार जब तक फैसला नही बदलेगी कर्मचारी हड़ताल खत्म नही करेंगे।