vipin varagi
बरमान। ब्रह्मा की तपोभूमि बरमान घाट में चल रही श्रीमद्भागवत कथा में जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद जी महाराज का आगमन हुआ मंगलवार को इसी श्रंखला में महाराज श्री ने उपस्थित धार्मिक जनसमूह को अपने अमृत वचनों के माध्यम से बताया कि श्रीमद्भागवत साक्षात भगवान का स्वरूप है इसके पठन और श्रवण से भोग और मोक्ष दोनों सुलभ हो जाते हैं मन की शुद्धि के लिए इससे बड़ा कोई साधन नहीं है.

साथ ही उन्होंने सनातन धर्म की उदारता के बारे में बताया कहा कि यहां सिर्फ भगवान की बल्कि पशु पक्षी वृक्ष और नदियों की भी पूजा की जाती है महाराज श्री ने कहा कि व्यक्ति का जीवन मर्यादित होना चाहिए और साथ ही कहा कि भागवत कथा सब के लिए उपयोगी है।
मद्यपान और सभी नशे से दूर रहकर अपने जीवन और बच्चों को संस्कारी और ज्ञानवान बनाने की बात रखी। मंदिर निर्माण पर अयोध्या में भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की पुरजोर वकालत करते हुए सभी हिंदुओं को एकजुट होकर आगे आने को कहा। गंगा गाय ब्राह्मण गायत्री माता पिता को देवता बताते हुए श्रद्धाभाव से पालन पोषण करने की बात कही और अवैध रेत खनन से मां नर्मदा की दुर्दशा पर सरकार को आड़े हाथों लेते हुए रेत को नदी का आभूषण और जल के शुद्धिकरण का साधन बताया सभी प्रकार के रेत उत्खनन और अवैध परिवहन पर चिंता जताई। कीटनाशकों यूरिया और रासायनिक खाद पाउडर की खेती को जहर बता कर इसके बजाय प्राकृतिक पद्धति से देसी और जैविक खाद की परंपरागत भारतीय कृषि को अपनाने की वकालत की और गाय की नस्लों को परिवर्तित कर जर्सी गाय बनाने से तौबा करने को किसानों से कहा और खेती और पशुपालन को भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए विश्व में खाद्य महाशक्ति बनाने की ओर सरकार को ध्यान देने की नसीहत दी।
महाराज जी का पादुका पूजन अंबिका प्रसाद तिवारी सरोज तिवारी के द्वारा किया गया साथ ही महाराज जी का स्वागत सर्व ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष नारायण प्रसाद दुबे ,कोषाध्यक्ष देवेंद्र पाठक ,प्रवक्ता राकेश शर्मा ,खंड अध्यक्ष बृजेश तिवारी ,सत्य प्रकाश त्यागी,नवीन पांडे देवदत्त नागेंद्र त्रिपाठी पूनम मिश्रा अभिलाष भाई योगेंद्र दुबे देवेंद्र दुबे ,पलाश नगाइच ,रोहित तिवारी ,महेंद्र शुक्ला विनय दीक्षित ,के साथ समस्त क्षेत्रवासियों ने स्वागत किया