मप्र की 7 सीटों पर बना गजब का संयोग

मप्र की 7 सीटों पर बना गजब का संयोग
भोपाल, लोकसभा चुनाव में अजब एमपी में गजब संयोग देखने को मिल रहे है.. इस बार चुनाव में ऐसे संयोग है जो पिछले कई दशकों में कभी नहीं बने मध्य प्रदेश की कई सीटों पर आमने सामने मौजूद प्रत्यासियो के कई समानताओं ने चुनाव को रोचक बना दिया है । जी हां मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में इस बार अजब संयोग ने चुनाव को गजब का बना दिया है। मध्य प्रदेश की आधा दर्जन सीटों पर मुकाबले में उतरे प्रत्यासियो में कई समानताओं ने चुनाव को रोचक बना दिया है  मध्य प्रदेश चुनाव में इस बार नजर डाले तो... जबलपुर सीट - से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह सांसद है बीजेपी के प्रत्यासी है  बात यह है की उनके सामने मौजूदा सांसद विवेक तन्खा मैदान में है ऐसा कम देखने को मिलता है कि दो मौजूदा सांसद आमने सामने हो ! खंडवा सीट- पर चुनाव लड़ने वाले दोनों प्रत्यासी पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुके है ... नन्द कुमार सिंह चौहान पिछली बार  बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष थे तो कांग्रेस उम्मीदवार अरुण यादव के पास कमलनाथ से पहले मध्य प्रदेश कांग्रेस की कमान थी ...इसके अलावा दोनों इसी सीट से सांसद भी रहे है ... शहडोल सीट - पर बीजेपी ने कांग्रेस छोड़कर आयी हिमाद्रि सिंह को उम्मीदवार बनाया है तो कांग्रेस ने बीजेपी छोड़कर आयी प्रमिला सिंह को उमीदवार बनाया है दोनों ने एक दूसरे का दल छोड़कर यही महिला नेत्रियो पर दांव खेला है ! राजगढ़ सीट - पर बीजेपी के उम्मीदवार रोडमल नागर धाकड़ समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष है तो उनके सामने कांग्रेस  मोना सुस्तानी धाकड़ समाज की महिला विंग  राष्ट्रीय अध्यक्ष है ! मुरैना  सीट - पर चुनाव लड़ने वाले बीजेपी के नरेंद्र सिंह तोमर और कांग्रेस के रामनिवास रावत 2009  सामने चुनाव लड़  चुके है ख़ास बात यह है की मुरैना से दोनों का यह दूसरा चुनाव है पीछली बार दोनों को ही मुरैना से टिकिट नहीं मिला था ! देवास सीट  - कांग्रेस के टिकिट  लड़ने वाले प्रह्लाद टिप्पणियां पदम् श्री है वही उनके सामने बीजेपी के महेंद्र सिंह सोलंकी ने जज की इस्तीफा दिया है पर  दोनों में समानता है दोनों बलाई समाज से आते है बालाघाट सीट - यहां दो पूर्व हारे हुए विधायक आमने सामने है ! ढाल सिंह बिसेन 2008 में अपना पिछले चुनाव  हारे थे तो मधु भगत 2018 में पिछला चुनाव हारे वावजूद इसके दोनों को बीजेपी कांग्रेस ने टिकिट दिया है .. अजब संयोग इन्ही सीटों पर नहीं बल्कि कई और सीटों पर भी बनता हुआ नजर आ रहा है भोपाल सीट से जिस तरह पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और शिवराज सिंह  के नाम की चर्चा है अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर दो पूर्व मुख्यमंत्री आमने सामने होंगे ... चुनाव में बन रहे इन संयोगो का भी राजनितिक दल अपने अपने फेवर में होने का दावा कर रहे है !