हाथरस: पीड़िता के भाई की मांग- DM को करें सस्पेंड व SC के रिटायर्ड जज से कराएं मामले की जांच

हाथरस
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दलित युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद बुलगढ़ी गांव में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। पीड़ित परिवार का हाल जानने और न्याय दिलाने की मांग को लेकर नेताओं का आना जारी है। इसी बीच पीड़िता के भाई ने कहा है कि हम सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से इस मामले की जांच कराने की मांग करते हैं। साथ ही, हमारी मांग है कि जिला अधिकारी को निलंबित किया जाए। बता दें कि जिला अधिकारी के कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिसको लेकर उनपर सवाल उठ रहे हैं। वहीं परिवार ने भी डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार पर धमकी देने का आरोप लगाया है। शनिवार की शाम उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने के लिए सिफारिश की थी। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद पीड़िता के भाई ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा था कि हमने सीबीआई जांच की मांग नहीं थी क्योंकि एसआईटी पहले से ही मामले की जांच कर रही है। अब उन्होंने मांग की है कि डीएम को निलंबित किया जाए और मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से कराई जाए। शनिवार की शाम कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए हाथरस के बुलगढ़ी गांव पहुंचे थे। मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर बताया कि पीड़ित परिवार की मांग क्या है? प्रियंका ने लिखा..
'हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न:
- सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जाँच हो
- हाथरस DM को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए
- हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया?
- हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है?
- हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं? इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा।'
हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जाँच हो। परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। 1/2 वहीं रविवार को भी कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर डीएम को अविलंब बर्खास्त करने की मांग की। उन्होंने लिखा, 'हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव डीएम का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जांच हो। परिवार न्यायिक जांच माँग रहा है तब क्यों सीबीआई जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है। यूपी सरकार यदि जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए।'