एफबी की अफसर अंखी दास की मुश्किलें बढ़ीं,रायपुर में एफआईआर दर्ज

रायपुर
बीजेपी नेताओं के भड़काऊ भाषणों पर नरमी के आरोपों के बीच फेसबुक की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर अंखी दास पर छत्तेसगढ़ की राजधानी रायपुर में एफआईआर दर्ज कराई गई है। स्थानीय टीवी पत्रकार की इस एफआईआर में अंखी के अलावा दो फेसबुक यूजर्स के नाम हैं। तीनों पर फेसबुक पर धार्मिक भावनाएं भड़काने केआरोप हैं।
पत्रकार आवेश तिवारी ने अपनी एफआईआर में कहा है कि मैंने अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल के उस आर्टिकल को अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट किया था, जिसमें अंखी दास पर बीजेपी नेताओं से जुड़ी हेट स्पीट की पोस्ट न हटाने के लिए अधीनस्थों पर दबाव डालने का जिक्र है। इसके वाद दो फेसबुक यूजर (राम साहू और विवेक सिन्हा ) ने संवेदनशील तस्वीरें पोस्ट कर मुझे धमकी दी ।
मुझे कर रहे हैं बदनाम
पत्रकार ने कहा है कि अंखी दास और ये दोनों यूजर्स मिलकर धार्मिक वैमनस्य फैला रहे हैं और मुझे बदनाम कर रहे हैं। इसके वाद से मुझे वॉट्सऐप कॉल-मैसेज में अंखी दास का नाम लेकर जान लेने की धमकी दी जा रही है। गौरतलब है कि इससे पहले अंखी दास ने दिल्ली पुलिस से शिकायत की थी कि उन्हें ऑनलाइन धमकी दी जा रही हैं। इस पर मंगलवार को उनके बयान दर्ज किए गए हैं।
ये है मामला
दरअसल, कांग्रेस महासचिव के सी. वेणुगोपाल ने फेसबुक के सीइओ मार्क जकरबर्ग को चिट्ठी लिखकर फेसबुक इंडिया और बीजेपी के बीच सांठगांठ के आरोपों की जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि इस खुलासे पर हर भारतीय को सवाल पूछने चाहिए। बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने जवाब में कहा कि कुछ लोग समझते हैं, कि इस सार्वजनिक मंच पर उनका एकाधिकार होना चाहिए, भले ही उनका राजनीतिक वजूद खत्म हो गया हो।