रजत जयंती महोत्सव पर विशेष : धमतरी जिले में हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने में जल जीवन मिशन बना मिसाल

आलेख- शशिरत्न पाराशर, उप संचालक
धमतरी, केंद्र और छत्तीसगढ़ शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में धमतरी जिला आज प्रदेश का अग्रणी उदाहरण बन चुका है। विशेष रूप से जल जीवन मिशन (JJM) के अंतर्गत जिले ने “हर घर जल-हर घर मुस्कान” के लक्ष्य की दिशा में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है।
हर घर नल कनेक्शन से बढ़ी मुस्कानें
धमतरी जिले के ग्रामीण अंचलों में जल जीवन मिशन के तहत तीव्र गति से नल जल योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है। अब तक 623 गांवों में से 596 गांवों (96%) ने अपनी रिपोर्टिंग पूर्ण की है, जिनमें से 448 गांवों (72%) को “हर घर जल” के रूप में प्रमाणित किया गया है। जिले के ’चारों ब्लॉकों-धमतरी, कुरूद, नगरी और मगरलोडकृ’में रणनीतिक रूप से योजनाओं का समान वितरण सुनिश्चित किया गया है।
ब्लॉक गांव लाभान्वित परिवार
धमतरी 143 41,942
कुरूद 132 44,346
नगरी 235 39,526
मगरलोड 113 28,970
इन योजनाओं के माध्यम से जिले के 1.55 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों को अब शुद्ध और सुरक्षित पेयजल की सुविधा उनके घर तक उपलब्ध हो चुकी है।
गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक निगरानी
जलापूर्ति की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए जिले में FTK (फील्ड टेस्ट किट) प्रशिक्षण के माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं को जल गुणवत्ता परीक्षण का प्रशिक्षण दिया गया है। अब तक सैकड़ों महिला स्व-सहायता समूहों की सदस्याएँ जल परीक्षण और रखरखाव की जिम्मेदारी निभा रही हैं।
इसके अतिरिक्त, डीडब्ल्यूएसएम (District Water - Sanitation Mission) के माध्यम से जल योजनाओं की गुणवत्ता और समयसीमा की निगरानी नियमित रूप से की जा रही है। सभी 448 “हर घर जल” प्रमाणित गांवों में सार्वजनिक जल आपूर्ति प्रणालियाँ (PWSS) पूरी तरह कार्यशील हैं, जिनकी निगरानी रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम से की जाती है।
समूह जल आपूर्ति योजनाओं से सामुदायिक सशक्तिकरण
नगरी ब्लॉक की सांकरा समूह जल आपूर्ति योजना (40 गांव) और घटुला समूह जल आपूर्ति योजना (36 गांव) जैसे प्रोजेक्ट्स से लगभग 29,458 घरों को जोड़ा जा रहा है। इन योजनाओं में क्रमशः 53% और 40% कार्य प्रगति पर हैं। ये योजनाएँ बड़े ग्रामीण समूहों के लिए स्थायी जल सुरक्षा सुनिश्चित कर रही हैं।
प्रमाणन प्रक्रिया में उत्कृष्टता का मॉडल
धमतरी जिला एच.जी.जे. (Har Ghar Jal) प्रमाणन प्रक्रिया में पारदर्शिता और गुणवत्ता के लिए राज्यभर में मिसाल बन गया है-
कार्य पूर्णता सत्यापनः प्रत्येक परियोजना की जाँच सरपंच और पीएचई विभाग द्वारा प्रमाणित की जाती है।
ग्राम सभा प्रमाणनः ग्राम सभा में प्रत्येक घर को जल कनेक्शन मिलने का अनुमोदन किया जाता है।
वीडियो दस्तावेजीकरण एवं अपलोडिंगः समस्त प्रक्रिया का वीडियो आईएमआईएस पोर्टल पर अपलोड कर DWSM/SWSM से अनुमोदन प्राप्त किया जाता है।
कौशल विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम
जल योजनाओं के संचालन एवं रख-रखाव के लिए 115 लाभार्थियों को पंप ऑपरेटर प्रशिक्षण प्रदान किया गया है, जिनमें से 69 प्रशिक्षित ऑपरेटरों को Lovely Hood College से प्रमाणपत्र वितरित किए गए हैं। साथ ही, ₹2.00 लाख तक की ऋण सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है ताकि ये प्रशिक्षित ऑपरेटर स्व-रोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बन सकें।
प्रशासनिक दृढ़ता से जनसेवा का संकल्प
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है कि योजनाओं का वास्तविक लाभ समयबद्ध रूप से पात्र हितग्राहियों तक पहुँचे। उन्होंने कहा, “शासन की प्राथमिकता जनता तक प्रभावी ढंग से पहुँचना ही हमारा दायित्व है। हर घर तक जल पहुंचाना केवल योजना नहीं, बल्कि लोगों की जीवनशैली सुधारने का संकल्प है।”
धमतरी जिले ने जल जीवन मिशन के क्रियान्वयन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में एक आदर्श स्थापित किया है। 448 “हर घर जल” प्रमाणित गांवों, 1.5 लाख से अधिक लाभान्वित परिवारों, और सशक्त सामुदायिक सहभागिता के साथ यह जिला आज वास्तव में “हर घर जल-हर घर मुस्कान” के लक्ष्य को साकार कर रहा है।