...जब विधायक ने 500 मवेशी लेकर थाने में डाला डेरा

...जब विधायक ने 500 मवेशी लेकर थाने में डाला डेरा

जिम्मेदार मौन! गौशाल बना मऊगंज थाना

पुलिस अभिरक्षा में पांच सौ अधिक आवारा मवेशी, भाजपा विधायक प्रदीप पटेल ने थाने के मुख्य द्वार पर दिया धरना

मऊगंज: 20 गांवों के किसान मवेशी लेकर पहुंचे थाने

रीवा। मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार के खिलाफ अनोखे विरोध-प्रदर्शन को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले भाजपा विधायक प्रदीप पटेल एक बार फिर सुर्खियों में हैं। दरअसल, रीवा जिले की मऊगंज तहसील से लगे 20 गांवों के परेशान किसानों के साथ स्थानीय विधायक प्रदीप पटेल सोमवार को सुबह करीव 500 से अधिक आवारा मवेशी लेकर मऊगंज थाने में पहुंच गए। इसके बाद विधायक खुद किसानों के साथ थाने के मुख्य द्वार पर बैठ गए। यह अनोखा विरोध विधायक ने इसलिए किया क्योंकि इस समय किसानों की फसल तैयार हो चुकी है, लेकिन आवारा मवेशी पूरी फसल बर्बाद कर रहे हैं। इसको लेकर परेशान किसानों ने विधायक से गुहार लगाई। तब विधायक ने एसडीएम मऊगंज माला त्रिपाठी से चर्चा कर कहा कि आवारा मवेशियों को गौशाला में रखवाने की व्यवस्था करें। लेकिन विधायक की बात को नजर अंदाज कर दिया गया। इससे नाराज विधायक ने किसानों के साथ मिलकर आवारा मवेशियों को थाना परिसर में ले जाकर बंद कर दिया और खुद थाने के मुख्य द्वार पर बैठ गए। इधर, देर शाम थाना परिसर में मवेशियों के जमावड़े से फैली गंदगी से पांच पुलिसकर्मी बीमार हो गए हैं। वहीं थाने में मौजूद कर्मचारियों का काम करना तक मुश्किल हो गया है। वहीं रीवा कलेक्टर ने मामले से पल्ला झाड़ते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि हम कुछ नहीं कर सकते। इनका कहना है कलेक्टर यह बोलकर मैं कुछ नहीं कर सकता, अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। इस तरह की बातें सरकार को ही कठघरे में खड़ा करती हैं। चूकि जिले का मुखिया कलेक्टर होता है। मेरी सिर्फ इतनी मांग है कि कलेक्टर जहां भी सरकार ने गौशाला बनवाई हो वहां इन मवेशियों को शिफ्ट करवाएं। इसके अलावा किसानों के पास कोई विकल्प नहीं था, अब प्रशासन को ही मवेशियों की व्यवस्था करना होगी। प्रदीप पटेल, विधायक, मऊगंज थाना परिसर में विधायक ने आवारा मवेशी छोड़े हैं तो यह मेरा मामला नहीं हैं। आप रीवा एसपी से बात कर लीजिए। वहीं बताएंगे क्या कार्रवाई की जा रही है। इसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं। बसंत कुर्रे, कलेक्टर, रीवा