amjad khan
शाजापुर। बारिश और जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण ग्रामीणों को मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। कई बार हुए प्रदर्शन के बाद भी ग्रामीणों की समस्या को हल नही किया गया है और वर्षों से गांव के लोग बारिश के दिनों में मुसीबतभरी डगर से गुजरने को मजबूर हैं। जिम्मेदारों की इसी उदासीनता को लेकर ग्रामीणों ने एक बार फिर हंगामा करते हुए पटरी पर बैठकर रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। उल्लेखनीय है कि बारिश के चलते सुनेरा गांव के लोगों के लिए अधिक परेशानी खड़ी हो गई है, क्योंकि वे रेलवे अंडरब्रिज को पार कर अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं।
समस्या के समाधान को लेकर रेलवे के अधिकारियों से कई बार चर्चा की गई लेकिन कोई हल नही निकला जिसके चलते समस्या को हल करने में नाकाम साबित हो रहे जिम्मेदारों के खिलाफ सोमवार को ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिवर्ष की इस तरह वर्ष भी बारिश के कारण अंडरब्रिज में तालाब की स्थिति बन गई है जिसके कारण आवागमन में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं रेलवे पटरी पर लगे गेट को भी रेलवे द्वारा बंद रखा जाता है जिसकी वजह से और अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व में हुए प्रदर्शन के बाद भी जिम्मेदारों की उदासीनता खत्म नही हुई जिसके चलते ग्रामीणों ने एक बार फिर रेलवे ट्रेक पर बैठकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों को आक्रोशित देख उन्हे शांत करने के लिए रेलवे द्वारा सुनेरा ट्रेक का गेट खोला गया जिसके बाद गांव के लोगों ने प्रदर्शन खत्म किया।
हर साल परेशान होते हैं ग्रामीण
गौरतलब है कि हर साल बारिश के दिनों में रेलवे अंडरब्रिज में पानी जमा होने की समस्या आम है और इस कारण गांव के लोगों को प्रतिवर्ष भारी कठिनाई उठाते हुए अपने गंतव्य तक आना-जाना करना पड़ता है। इस वर्ष भी सुनेरा के ग्रामीणों को अंडरब्रिज में पानी जमा होने से कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सुनेरा का अंडरब्रिज ग्राम रामपुर, मेवासा, लक्ष्मीपुर, पिपलोद, तुहेडिय़ा, पिंदोनिया, बुमतलाई माताजी के ग्रामीणों को भी हाईवे से जोडऩे का काम करता है। ऐसे में पानी की सही निकासी नही होने की वजह से बारिश में ब्रिज के अंदर तालाब जैसे हालात निर्मित हो गए हैं और इस कारण यहां से गुजरने वाले ग्रामीणों को भारी असुविध का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने ब्रिज से बारिश के पानी की निकासी को लेकर उचित कदम उठाए जाने के जिम्मेदारों से मांग की है।