लीकर कंपनी का मैनेजर तिवारी सहित उसके दो पुत्र पुलिस के कब्जे में
brijesh parmar
उज्जैन। दुर्दांत अपराधी विकास दुबे यूपी के बिकरू गांव का रहने वाला था। पास के ही गांव पनकी के निवासी के भाई उज्जैन में शराब कंपनी के मैनेजर थे। इसी मैनेजर आनंद तिवारी के घर10 साल पहले विकास आया था। यह बात संबंधित मैनेजर की बड़ी बहू ने स्वीकार की है। उसके अनुसार मात्र आधे घंटे ही वह रुका था। उसके बाद उसकी जानकारी के अनुसार वह कभी नहीं आया। तिवारी अपने दो पुत्रों के साथ पुलिस के कब्जे में है।
एक डीएसपी सहित उत्तर प्रदेश के 8 पुलिस जवानों को मौत के घाट उतारने वाला थाना चौबेपुर गांव बिकरू का विकास दुबे क्षेत्र में सामाजिक रूप से भी काफी दबंग था। उसका परिचय आसपास के थाना क्षेत्र सहित तमाम समाजजनों में था। इसी के चलते विकास पास के गांव पनकी के निवासी के साथ उज्जैन आया था। मूल रूप से पनकी के निवासी और हाल में शराब ठेका कंपनी के मैनेजर रहे आनंद तिवारी पिछले १५ वर्षों से भी अधिक समय से उज्जैन के नागझिरी में निवास कर रहे हैं। पुलिस ने विकास दुबे को सहयोग करने की शंका में इन्हें अपने कब्जे में ले रखा है। पूछताछ भी जारी है। इनके साथ ही इनके तीन पुत्रों में से बड़े पुत्र कपिल और छोटे पुत्र इंजीनियर अतुल को भी कब्जे में लिया गया है। आनंद तिवारी की बड़ी बहू एवं कपिल तिवारी की पत्नी आकांक्षा तिवारी ने इस प्रतिनिधि को बताया कि गुरुवार को ससुर जी लूंगी और बनियान में घर में बैठकर टीवी देख रहे थे। नागझिरी स्थित कलाली से कुछ दूरी पर तिवारी का मकान है और वे यहाँ प्रथम तल पर निवास करते हैं। दोपहर १२ से १ के मध्य पुलिस वाले आए और ससुर जी को जिस स्थिति में थे, वैसे ही ले गए। उनके साथ इंजीनियर देवर अतुल तिवारी को भी ले जाया गया है। आकांक्षा के अनुसार बाद में मेरे पति कपिल भी नागझिरी थाने पहुंचे हैं। आकांक्षा सवालों का जवाब देते हुए बताती है कि चित्रकूट से उनकी देवरानी का संबंध है। उनके परिवार का कोई संबंध नहीं। वे बताती हैं कि विकास दुबे हमारी किसी रिश्तेदारी में नहीं है। दस साल पहले वह चाचा ससुर जो कि गांव पनकी कानपुर में निवास करते हैं। उनके साथ महाकाल दर्शन के उद्देश्य से आया था और आधा घंटा रुका था। चूँकि ससुरजी यहाँ शराब कंपनी में मैनेजर थे, तो दर्शन की सहूलियत को देखते हुए वह आया था। इसके बाद वह हमारे घर कभी नहीं आया। वर्तमान में तो उसके आने की कोई जानकारी घर में परिवार में नहीं है। आकांक्षा के अनुसार मेरी सास को सांस और हृदय संबंधी बीमारी है। गुरुवार से हुए घटनाक्रम से उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। हमें यह भी नहीं बताया गया है कि किस अपराध में ससुर, पति और देवर को ले जाया गया है और क्यों। उन्हें कहाँ रखा गया है।इधर सूत्र जानकारी दे रहे हैं कि आनंद तिवारी जिस शराब कंपनी में काम करते थे उसका ठेका 31 मार्च को पूर्ण हो गया था । बाद में कंपनी और तिवारी के मध्य खटपट हो जाने से वे काम पर नहीं थे। उनका छोटा पुत्र अतुल निजी कंपनी में इंजीनियर है।
हां आनंद तिवारी को पूछताछ में लिया गया है। विकास ने उज्जैन में उनको जानने की बात कही थी। विकास की बातों की पुष्टि करने के लिए पूछताछ कर मिले जवाबों की पुष्टि की जा रही है। अगले कुछ घंटों में पुष्टि के बाद आगे की बातें कही जा सकेगी।