उज्जैन–देवास-इंदौर तक 6 घंटे नए कमिश्नर ने नापी शिप्रा

उज्जैन–देवास-इंदौर तक 6 घंटे नए कमिश्नर ने नापी शिप्रा

संभागायुक्त एवं कलेक्टर ने किया शिप्रा प्रवाह स्थलों का भ्रमण

brijesh parmar उज्जैन ।शनिश्चरी अमावस्या पर शिप्रा में पानी के अभाव में श्रद्धालुओं ने अधबंद फव्वारों में त्रिवेणी पर स्नान किया था। श्रद्धा पर नजरअंदाजी का खामियाजा कलेक्टर उज्जैन मनीषसिंह और संभागायुक्त एमबी ओझा को तबादले के रूप में भूगतना पड़ा ।इस कालिख को धोने के लिए नवागत संभागायुक्त अजीतकुमार ने उज्जैन –देवास कलेक्टरों के साथ 6 घंटे शिप्रा के तमाम बैराज को बुधवार को देखा है। पर्व स्नान के एक दिन पूर्व ही नर्मदा का पानी उज्जैन लाने की कवायद को अंजाम दिया है। Ujjain-Dewas-Indore upto 6 hours new commissioner sees Nabi Shipra बुधवार सुबह 8 बजे से नवागत संभागायुक्त अजीतकुमार ने शिप्रा के बैराजों की स्थिति को जानने का क्रम जूना निनौरा बैराज से किया। इसके बाद वे एक के बाद एक बैराज पर होते हुए देवास और इंदौर की तरफ बढ़ते गए । दोपहर 2 बजे उन्होंने इंदौर जिला सीमा स्थित जलौद बैराज का अवलोकन करने के साथ ही एनवीडीए के अधिकारियों और उज्जैन देवास के राजस्व अमले को आगाहा करते हुए उज्जैन तक पर्व स्नान के एक दिन पूर्व पानी लाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इस दौरान जल संसाधन विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, राजस्व विभाग, एनवीडीए विभाग आदि के अधिकारी उनके साथ थे। देवास जिले की सीमा में देवास कलेक्टर डॉ.श्रीकान्त पाण्डेय तथा अन्य अधिकारी उनके साथ थे। Ujjain-Dewas-Indore upto 6 hours new commissioner sees Nabi Shipra संभागायुक्त ने चेतावनी भरे शब्दों में चेताया बैराजों को देखने के साथ ही संभागायुक्त ने अधिकारियों को साफतौर पर कहा कि14 जनवरी को सनातन धर्मियों के मकर संक्रान्ति जैसे महत्वपूर्ण पर्व हैं, जिन पर बड़ी संख्या में श्रद्धालू शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर स्नान करता है। शिप्रा नदी में नर्मदा-शिप्रा लिंक योजना से जल छोड़ा जाता है, जिससे उज्जैन में शिप्रा का जल स्तर बढ़ता है। सम्बन्धित सभी विभागों के अधिकारी शिप्रा नदी में नर्मदा का जल छोड़े जाने के स्थल से रामघाट उज्जैन तक यह जल पर्याप्त मात्रा में आ सके, ऐसी व्यवस्था करें। कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही अक्षम्य होगी। आपसी समन्वय से अधिकारी यह सुनिश्चित करें। Ujjain-Dewas-Indore upto 6 hours new commissioner sees Nabi Shipra जूना निनौरा बैराज से शुरूआत संभागायुक्त अजीत कुमार ने उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्रा और संबंधित विभाग के अधिकारियों सहित निरीक्षण की शुरूआत प्रात: 8 बजे जूना निनौरा ग्राम में शिप्रा नदी पर बनाए गए स्टॉपडेम से की। यहां नदी का पानी सूखा हुआ था। संभागायुक्त ने जब सिंचाई विभाग के अधिकारी से यह पूछा कि गत दिनों यहां शिप्रा नदी में नर्मदाजी का पानी कब आया था, तब उन्होंने बताया कि नर्मदा-शिप्रा लिंक योजना से इस स्थान तक पानी पहुंचने में लगभग 30 घंटे का समय लगता है। गत दिनों 3 जनवरी को दोपहर 2.50 पर पानी छोड़ा गया था, जो 4 जनवरी को रात्रि लगभग 10 बजे इस स्थान पर पहुंचा था। मार्ग में कई स्थानों पर किसानों द्वारा पानी लिए जाने से पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं आया। संभागायुक्त ने निर्देश दिए कि स्टॉपडेम के सभी गेट खोल दिए जाएं। साथ ही किसानों से आग्रह किया जाए कि वे न तो मार्ग में अवरोध पैदा करें और न ही आगामी पर्व तक पानी लें। इस कार्य की निगरानी एडीएम उज्जैन जीएस डाबर को सौपी ग ई। Ujjain-Dewas-Indore upto 6 hours new commissioner sees Nabi Shipra पानी छोड़े जाने की सूचना गांव वालों को अनिवार्य रूप से दें इसके बाद उन्होंने ग्राम राव किठोदा के समीप स्टापडेम को देखा। उन्होंने सिंचाई विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जब-जब नर्मदा-शिप्रा लिंक योजना से शिप्रा नदी में पानी छोड़ा जाए तो इसकी सूचना आसपास के गांव वालों को मुनादी करवाकर तथा अन्य साधनों से आवश्यक रूप से दी जाए, जिससे कि उनके मवेशी आदि को नुकसान न हो। संभागायुक्त ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि स्टॉपडेम के सारे गेट खोल दिए जाएं, जिससे कि पानी आसानी से आगे बढ़ सके। ग्रामीणों से कहा पर्व स्नान के बाद पानी ले लेना अधिकारियों द्वारा आलमपुर उड़ाना में शिप्रा नदी पर बने डेम का भी निरीक्षण किया । उन्होंने निर्देश दिए कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि कोई व्यक्ति यहां से मोटर लगाकर पानी नहीं ले। कलेक्टर ने वहां सरपंच भरत शर्मा, ग्रामीण नाथूराम आदि से भी चर्चा की तथा उनसे आग्रह किया कि आगामी मकर संक्रान्ति पर्व पर शिप्रा में पर्याप्त पानी रहे, इसके लिये आवश्यक है कि रास्ते से इसका पानी न लिया जाए, किसान इस पर्व के बाद पानी ले सकते हैं। दो किलोमीटर पैदल चलकर देखा चिमली बैराज संभागायुक्त एवं कलेक्टर शिप्रा नदी अपस्ट्रीम में चिमली डेम (ग्राम खोकरिया) पहुंचे। वहां पहुंचने के लिए अधिकारियों को लगभग 2 किलो मीटर खेतों में चलकर जाना पड़ा। इस स्थान पर शिप्रा नदी में थोड़ा पानी मिला। वहां पाया गया कि स्टापडेम के गेट पूरी तरह नहीं खुले हुए हैं। साथ ही उनके आगे पेड़, झाड़ियां आदि डालकर पानी के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न किया गया है। अधिकारियों ने निर्देश दिए कि गेट पूरे खोले जाएं तथा अवरोध हटाए जाएं, जिससे कि पानी आगे बढ़े। अधिकारियों को कहा 492.3 मीटर पर ले जाएं बैराज का जल स्तर इसके बाद संभागायुक्त, कलेक्टर एवं अन्य अधिकारी देवास जिले में शिप्रा नदी पर बनाए गए देवास बैराज पर पहुंचे। जब उन्होंने एनवीडीए, सिंचाई विभाग एवं अन्य अधिकारियों से पूछा कि यहां पर जल स्तर कितना हो, जिससे उज्जैन तक शिप्रा नदी में पर्याप्त पानी पहुंच सके। इस पर अधिकारियों ने बताया कि यहां पर जल स्तर 492.3 मीटर होने पर उज्जैन तक पर्याप्त पानी आसानी से पहुंच जाता है। इस पर निर्देश दिए गए कि आगामी 12 तारीख तक यहां पर शिप्रा का जल स्तर 492.3 मीटर तक हो जाए, जिससे 13 तारीख तक उज्जैन शिप्रा नदी में पर्याप्त पानी पहुंच जाए। इसे ध्यान में रखकर ही सभी विभाग कार्य को अंजाम दें। जलौद डेम के ड्रापगेट चेनपुली से खुलेंगे देवास बैराज के निरीक्षण के उपरान्त संभागायुक्त उज्जैन कलेक्टर एवं कलेक्टर देवास इन्दौर जिले की सीमा पर स्थित जालौद डेम पहुंचे तथा वहां शिप्रा नदी के प्रवाह की स्थिति को देखा। वहां डेम के 4 गेट खुले पाए गए, शेष गेट बन्द थे। इस पर उन्होंने निर्देश दिए कि डेम के सारे गेट खोले जाएं। अधिकारियों को बताया गया कि डेम में ड्रॉपगेट लगे हैं, जिन्हें खोलने में दिक्कत आती है। इस पर निर्देश दिए गए कि वहां चेनपुली लगाकर गेट खोलने की व्यवस्था की जाए। -करीब 100 किलोमीटर के दायरे में पानी को लेकर आनरा है। पर्व स्नान के लिए 13 जनवरी को पानी लाने की योजना को अमली जामा पहनाने के लिए सभी बैराज देखे गए हैं। अधिकारियों को जिम्मेदारी दे दी गई है।पहले पानी क्यों नहीं पहुंच पाया इस मुद्दे पर कुछ कहने की अपेक्षा आने वाले पर्व स्नान की तैयारी ज्यादा मायने रखती है। अजीत कुमार , संभागायुक्त ,उज्जैन संभाग आई जी और एसपी भी पहुंचे घाटों पर बुधवार पूर्वान्ह आईजी राकेश गुप्ता व एसपी सचिन अतुलकर भी मां शिप्रा की शरण में पहुंच गये। दोनों अधिकारियों के दल के साथ रामघाट पहुंचे। मकर संक्रांति के अवसर पर शिप्रा नदी के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं द्वारा पर्व स्नान किया जाना है। पुलिस अधिकारियों का अनुमान है कि श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होगी । भीड़ नियंत्रण एवं सुरक्षा प्रबंधों की स्थिति देखने के लिये आईजी ने घाटों का निरीक्षण कर अधिकारियों को निर्देश दिए हैं ।निरीक्षण में एएसपी, सीएसपी और थाना प्रभारी स्तर के अधिकारी उनके साथ थे।