साल का आखिरी पूर्ण सूर्य ग्रहण 26 को, कंगन के आकार का दिखेगा

साल का आखिरी पूर्ण सूर्य ग्रहण 26 को, कंगन के आकार का दिखेगा
brijesh parmar उज्जैन। वर्ष 2019 के अंत में वर्ष का आखरी सूर्यग्रहण 26 दिसंबर को रहेगा। इसके बाद वर्ष 2020 में विभिन्न ग्रहण आएंगे।ग्रहण का प्रारंभ सऊदी अरेबिया से 250 किलोमीटर उत्तर पूर्व से होगा।इसका अंत प्रशांत महासागर के पश्चिम भाग में गुआम द्वीप में होगा। शासकीय जीवाजी वेधशाला अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गुप्त के अनुसार यह कणिका या बलियाकार सूर्यग्रहण रहेगा।इसमें 96.9 प्रतिशत सूर्य ढ़क जाएगा।पूर्ण सूर्यग्रहण की स्थिति में कंगन के आकार का दिखेगा।भारत में पूर्ण सूर्यग्रहण कन्नूर,ओजीकोट ,मदूरै,मंगलौर, त्रिचुर में दिखेगा। केरल के चेरूपठूर में सबसे अच्छा दिखाई देगा।सूर्य ग्रहण का प्रारंभ उज्जैन में प्रात: 8:09:03 बजे होगा। इसका मध्य प्रात: 9:26:06 बजे रहेगा।ग्रहण का मोक्ष पूर्वान्ह 10:58:07 बजे होगा।उज्जैन में ग्रहण के दौरान सूर्य 61.5 प्रतिशत ढकेगा। विश्व के मान से ग्रहण का प्रारंभ प्रात:8 बजे होगा। मध्य 10:47:07 बजे रहेगा। मोक्ष दोपहर 1:35:6 बजे होगा।ग्रहण को लेकर जागरूकता के लिए शासकीय जीवाजी वेधशाला की और से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।इसके साथ ही प्रत्येक शिक्षण संस्था को एक – एक सोलर फिल्टर चश्मा नि:शुल्क चश्मा उपलब्ध करवाया जा रहा है।अच्छा परिणाम देने वाले उज्जैन के 21 स्कूलों के बच्चों को 22 दिसंबर को वेधशाला में बुलाकर ग्रहण के बारे में अधिक से अधिक जानकारी कार्यशाला में दी जाएगी।प्रत्येक स्कूल को एक – एक सोलर चश्मा दिया जाएगा। ज्योतिष पं. रोहित शुक्ला के अनुसार 26 दिसंबर को लगने वाला ग्रहण खंडग्रास होगा, जो कि 2 घंटे 49 मिनट का होगा। ग्रहण के दौरान मंदिरों में होने वाले पूजा, आरती आदि अनुष्ठान नहीं किए जाएंगे। ग्रहण समाप्त होने के बाद लोग परंपरानुसार स्नान करेंगे और भगवान को भी स्नान कराने के बाद पूजापाठ कर्म करेंगे। पौष मास के कृष्ण पक्ष को 26 दिसंबर के दिन सूर्य ग्रहण लग रहा है जो कि गुरुवार के दिन होगा व इस दिन चंद्रमा धनु राशि में होंगे। ग्रहण मूल नक्षत्र में लगेगा। सूर्य ग्रहण का स्पर्श सुबह 8.09 पर होगा। सुबह 10.58 बजे तक रहेगा। इस तरह ग्रहण का संपूर्ण पर्व काल 2 घंटे 49 मिनट का होगा। हालांकि ग्रहण का सूतक 26 दिसंबर बुधवार की रात 8 बजे से ही प्रारंभ हो जाएगा।