काढ़ा, जो 7 दिन में कोरोना को देगा मात, जानिए कैसे बनाएं

काढ़ा, जो 7 दिन में कोरोना को देगा मात, जानिए कैसे बनाएं
भोपाल। घर में ही बना सकते है कालमेघ और गिलोय का काढ़ा
कोरोना मरीजों को अस्तालों में लाखों रुपए खर्च करने की जरूरत नहीं है। आप घर रहकर कालमेघ-गिलोय का काढ़ा पीकर कोरोना से बच सकते है। यदि किसी को कोरोना हो भी जाता है तो भी इससे उसका उपचार संभव है।
आयुष मंत्रालय ने छह मार्च को दिशा-निर्देश जारी किए थे कि लोगों को कोरोना से बचाने के लिए कोरोना के सिम्पटन होने पर सिद्धा फार्म में कालमेघ और गिलोय का काढ़ा पीए और आयुर्वेद में गिलोय बटी 500 एमजी की दो-दो गोलियां सुबह-शाम ले। जिसके बाद घर पर कालमेघ और गिलोय से बना काढ़ा कोरोना मरीजों को पिलाने पर अच्छे नतीजे सामने आए है।
आयुर्वेद अस्पतालों में भर्ती कोरोना मरीजों को कालमेघ और गिलोय के काढ़े द्वारा ठीक किया जा चुका है।
 कालमेघ का काढ़ा इम्यूनिटी भी बढ़ाता है।
ऐसे बनाए काढ़ा
यदि आपको कोरोना महामारी से ठीक होना है तो आपको कालमेघ यानी कडू चिरायता मिल जाए तो उसका काढ़ा दिन में तीन बार 20 एमएल पीए। काढ़ा बनाने के लिए 25 ग्राम कालमेघ को एक लीटर पानी में तब तक उबालें की आधा हो जाए । छान कर रख ले सात दिन तक खराब नहीं होगा फ्रिज में रखे। यदि गिलोय हो तो उसे भी 25 ग्राम डाल दे। यकीन मानिए सात दिन में ठीक हो जाएंगे किसी अस्पताल की जरूरत नहीं है।
 यदि आपको कोरोना महामारी के लक्षण है तो  आप जांच अवश्य कराए। एलोपैथी में कोई दवा नहीं बनी है अस्पताल में लाखों रुपए क्यों खर्च कर रहे हो घर बैठे 100 रुपए में ठीक हो जाओ। केवल कालमेघ यानी कडू चिरायता का काढ़ा पीने से बड़-बड़े अस्पतालों की कोई जरूरत नहीं होगी। एक कोरोना से ठीक होने वाले मरीज ने बताया कि मेरी सलाह पर करोना पॉजिटिव के दर्जनों लोग कालमेघ और गिलोय का काढ़ा पीकर 10 दिन में स्वस्थ हो गए है उनमें कुछ बहुत जादा सुगर के मरीज थे।