भाजपा के पत्ते ओपन, कांग्रेस के अब भी क्लोज
आशीष मालवीय
अशोकनगर। अशोकनगर जिले में दो विधानसभाओं में उपचुनाव होना है। जिसकी सरगर्मियां अब तेज़ हो चलीं हैं। जल्द ही चुनावी आदर्श आचार संहिता लगने की संभावना के बीच संभावित उम्मीदवार अधिक सक्रिय हो गए हैं। वहीं एक ओर जहां दोनो विधानसभाओं अशोकनगर औऱ मुंगावली में प्रत्याशियों को ले कर भाजपा के पत्ते लगभग ओपन हैं वहीं कांग्रेस की तरफ से अभी पत्ते क्लोज हैं।
बरिष्ठ नेताओं के दौरों से तेज़ हुई राजनीति
जिले की बात की जाए तो यहाँ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुंगावली और राजपुर में 3 और 9 सितम्बर को प्रस्तावित कार्यक्रम हैं, वहीं कांग्रेस के पूर्व कैविनेट मंत्री जयवर्धन सिंह का भी 5 सितंबर को दोनों विधानसभाओं में दौरा प्रस्तावित है। ऐसे में टिकिट के दावेदार अब औऱ अधिक सक्रिय हो कर अपनी दावेदारी मजबूत करने में जुट गए हैं।
भाजपा के पत्ते ओपन
उपचुनाव में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लगभग स्थिति साफ है। इसमें अशोकनगर विधानसभा से पूर्व विधायक जजपाल सिंह जज्जी का नाम तय है वहीं मुंगावली विधानसभा से राज्य मंत्री बृजेन्द्र यादव का चुनावी घमासान में उतारना तय है। जिसके चलते इस राजनैतिक समर में भाजपा के पत्ते ओपन माने जा रहे हैं।
कांग्रेस के पत्ते क्लोज
वहीं यदि कांग्रेस की बात की जाए तो पार्टी ने अब तक स्थिति स्पष्ट नहीं की है। और ऐसा माना जा रहा है कि आचार संहिता लगने के बाद ही कांग्रेस अपने पत्ते ओपन करेगी। ऐसे में टिकिट के दावेदारों की धड़कनें औऱ तेज़ होती जा रहीं हैं। पार्टी जानती है कि जल्दी टिकिट बांटने से कांग्रेस को अंतर्कलह से भी जूझना पड़ सकता है। वहीं भले अभी उम्मीदवारों के नाम भले तय न हुए हों लेकिन टिकिट की चाह रखने बाले नेता लगातार विधानसभा में सघन जनसंपर्क में जुटे हैं।
कांग्रेस में टिकिट के दावेदारों की सूची लंबी
अशोकनगर विधानसभा की बात की जाए तो यहां कांग्रेस की तरफ से टिकिट चाहने बालों की सूची काफी लंबी हो चली है। फ़िलहाल जो नाम सबसे अधिक चर्चाओं में हैं उनमें भाजपा से कांग्रेस में आये इंजीनियर हरिबाबू राय और आशा दोहरे का नाम शामिल है। वहीं इनके अलावा गोपाल कॉल, राजेश लोहिया, त्रिलोक अहिरवार, रमेश इटोरिया, सजल परिहार, अमन चौधरी सहित अन्य नाम शामिल हैं, जो कि अंतिम समय तक टिकिट के लिए जोर आजमाइश में लगे हैं।
जज्जी को टक्कर देने कांग्रेस को करनी पड़ रही माथापच्ची
स्थानीय राजनैतिक हालातों पर नज़र दौड़ाएं तो भाजपा के संभावित प्रत्याशी जजपाल सिंह जज्जी एक चिरपरिचित नाम है। क्षेत्र राजनीति उनके इर्दगिर्द ही घूमती है। 2 बार नगर पालिका अध्यक्ष और पिछली दफा विधायक रहे जजपाल सिंह जज्जी इस मर्तवा भाजपा के मेंडेट से चुनावी मैदान में होने की पूरी संभावना है। ऐसे में नवनिर्माण के दौर से गुजर रही कांग्रेस के लिए जज्जी को टक्कर देने बाला चेहरा तलाश करना काफी मशक्कत भरा है। हालाकिं दलबदल के चलते कांग्रेस के तरकश में भी अब कुछ अच्छे तीर आ गए हैं लेकिन आपसी खींचतान बाद सिरदर्द सावित हो सकता है। आगे देखना होगा कि कांग्रेस किस चेहरे को अपना सेनापति बनाकर इस समर में उतारती है।