नौवीं बार इंदौर से लोकसभा चुनाव लडने के लिए 'ताई' तैयार

नौवीं बार इंदौर से लोकसभा चुनाव लडने के लिए 'ताई' तैयार
brijesh parmar इंदौर, इंदौर से आठ बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन 'ताई' फिर अपना भाग्य आजमाने को तैयार हैं. लेकिन कांग्रेस अभी भी उपयुक्त कैंडीडेट की तलाश में हैं. बीजेपी का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर पिछले 29 साल से उसका कब्ज़ा है. लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन लगातार यहां से सांसद हैं. वो पहली ऐसी महिला सांसद हैं जो लगातार एक ही सीट और पार्टी से चुनाव जीतती आ रही हैं. लेकिन क्या ताई इस बार इतिहास दोहरा पाएंगी. ये सवाल इसलिए क्योंकि 3 महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में इंदौर लोकसभा सीट की आठ में से 4 सीटें कांग्रेस ने जीत ली हैं. बीजेपी के पास सिर्फ 4 सीट ही बचीं. इसलिए इस बार दोनों के बीच कांटे का मुकाबला माना जा रहा है. सुमित्रा महाजन इंदौर की राजनीति का एक ऐसा नाम जिसने सफलता की बुलंदियों का स्वर्णिम इतिहास रचा. मालवा की राजनीति में ताई के नाम से पहचाने जाने वाली लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन देश की ऐसी पहली महिला सांसद हैं जो एक ही सीट से लगातार आठ बार लोकसभा चुनाव जीती हैं. उनका जन्म 12 अप्रैल 1943 को महाराष्ट्र के चिपलुन में हुआ था. ताई के पिता संघ प्रचारक थे. ताई की शादी इंदौर में एडवोकेट रहे स्व. जयंत महाजन से हुई थी. ताई के दो बेटे मिलिंद और मंदार हैं. सुमित्रा महाजन का राजनीतिक जीवन 1980 के दशक में शुरू हुआ जब वो इंदौर की उप महापौर चुनी गईं. उसके बाद उन्हें इंदौर 3 से विधानसभा का टिकट दिया. लेकिन कांग्रेस के महेश जोशी ने उन्हें हरा दिया. ताई के अब तक के राजनीतिक जीवन में बस यही उनकी एकमात्र हार थी. उसके बाद 1989 में सुमित्रा महाजन लोकसभा चुनाव में उतरीं और कांग्रेस के हैविवेट नेता प्रकाश चंद्र सेठी को हराया.