बालाघाट
मध्य प्रदेश विधानसभा की उपाध्यक्ष हिना कावरे और कांग्रेस विधायक संजय उइके को मिले धमकी एवं फिरौती मांगने वाले पत्र का काफिल के साथ हुई घटना और नक्सलियों की बॉर्डर मीटिंग की खबरों के बीच बालाघाट जिले से सभी विधायकों की सुरक्षा बढ़ा दी गई हैं।
नक्सल प्रभावित वाले जिलों के विधायकों को दो-दो पीएसओ देने का नियम है। विधायक बनने के बाद जिले के सभी विधायकों को पुलिस मुख्यालय ने दो-दो पीएसओ दिए थे। इसके बाद तीन जनवरी को जैसे ही हिना कावरे और संजय उइके को कथित धमकी भरा पत्र मिलने के बाद दोनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
जिला पुलिस बल ने भी दोनों को दो-दो जवान और दे दिए थे। इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे के काफिल के साथ हुई घटना के बाद सभी विधायकों की सुरक्षा में जिला बल ने इजाफा कर दिया है।
परसवाड़ा विधायक रामकिशोर कावरे को दो पुलिस मुख्यालय से सशस्त्र जवान दिए हैं, जबकि अब दो जवान जिला पुलिस ने उनके साथ तैनात कर दिए हैं। इसी तरह मंत्री प्रदीप जायसवाल को भी जिला पुलिस ने अलग से सुरक्षा मुहैया करा दी है। पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसने की पूर्व की तरह मंत्रियों को मिलने वाली सुरक्षा रखी गई है।
इधर तमाम सुरक्षा व्यवस्था के बीच बुधवार को बालाघाट के प्रभारी मंत्री कमलेश्वर पटेल, विधानसभा उपाध्यक्ष हिना कावरे की सुरक्षा में फिर लापरवाही बरती गई। दोनों नेता जिस गाड़ी में बैठे थे, उस गाड़ी को पूर्व विधायक मधु भगत चलाते रहे। जबकि सुरक्षा के चलते गाड़ी अनुभवी ड्रायवर से चलवाना थी।
हिना कावरे के काफिल के साथ हुई घटना में शहीद हुए उपनिरीक्षक हर्षवर्धन सोलंकी के बैचमेट परिजनों की आर्थिक मदद के लिए आगे आए हैं। सोलंकी वर्ष 2012 बैच के उपनिरीक्षक है। उनके साथ 312 लोगों ने ट्रैनिंग की थी। ट्रैनिंग साथ करने वाले अधिकांश बैचमेट व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए जुडेÞ हुए हैं। इस ग्रुप में सोलंकी की पत्नी का बैंक अकाउंट सेंड किया गया। इसके बाद उनके बैचमेट ने आर्थिक मदद करना शुरू कर दी है।