Satna पुलिस की दबंगई: माफिया के दबाव में किसानों पर लाठीचार्ज, बंधक बनाकर थाने में रखा, महिलाओं से भी मारपीट

Satna पुलिस की दबंगई:  माफिया के दबाव में किसानों पर लाठीचार्ज, बंधक बनाकर थाने में रखा, महिलाओं से भी मारपीट
भोपाल/सतना. मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एक तरफ मध्यप्रदेश खनन माफिया को जमीन के नीचे दस फीट दफन करने देने की बात करते हैं। साथ ही भ्रष्टाचार करने वाले सरकारी नुमाइंदों को उलटा लटका देने की सार्वजनिक मंच से घोषणा करते हैं, लेकिन इसका असर शिवराज की पुलिस और प्रशासन पर होता नहीं दिख रहा है।

महिलाओं को भी नहीं छोड़ा

ताजा मामला सतना जिले के रामपुर बाघेलान थाना का है। यहां मनकहरी—हिनौती गांव में खनन माफिया के दबाव में रामपुर बाघेलान पुलिस ने पीड़ित किसानों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस की दरिंदगी यही नहीं रुकी। पुलिस ने 10 से अधिक किसानों को गाड़ी में जबरन बैठाकर थाने ले गई, जहां 10 घंटे से अधिक समय तक लॉकअप में बंद रखा।  पुलिस पर मौके पर किसानों के घरों के समीप हैवी ब्लास्टिंग का विरोध करने पर महिलाओं एवं किसानों के साथ मारपीट भी करने का आरोप है।

फर्जी मुकदमे में फंसने की धमकी

पुलिस ने पीड़ित किसानों को फर्जी मुकदमें में फंसाकर अंदर करने की धमकी दी। पुलिस और खनन माफिया के गुर्गों द्वारा की गई पिटाई और मारपीट में कई महिलाएं और बच्चियां घायल हैं। उधर, रामपुर पुलिस ने खनन माफिया के इशारे पर किसानों के खिलाफ मामला दर्ज कर किया है। टीआई अनिमेश द्विवेदी ने कहा कि यहां पर कुछ लोगों द्वारा बेवजह, खनन करने से रोका जा रहा था। खनन कारोबारी की शिकायत पर पुलिस ने भूमि मालिकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी के मुताबिक, रामपुर बाघेलान थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत मनकहरी—हिनौता निवासी रमाकांत सिंह ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगतो हुए शिकायत में बताया कि खनन माफिया अजय पाठक ने हिनौता—मनकहरी में खनन के लिए लीज ले रखी है। गांव के रमांकात सहित अन्य किसानों की इसी से लगी हुई जमीन है और पीड़ित किसानों का परिवारह मकान बनाकर रह रहा है। आए दिन किसानों के घर से करीब 30 फीट दूरी पर हैवी ब्लॉस्टिंग के लिए होल किए जा रहे थे।

ब्लॉस्टिंग के कारण घरों को नुकसान पहुंच रहा

साथ ही कई बार ब्लॉस्टिंग किए जाने के कारण घरों को नुकसान पहुंच रहा है। इस पर 15 अप्रैल को पीड़ित किसानों एवं परिवारों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया, जिस पर खनन माफिया द्वारा चार गाड़ियों में पुलिस बल को बुलाया गया। पुलिस ने खनन माफिया के इशारे पर किसानों एवं परिवार की महिलाओं पर लाठी और डंडों से हमला कर दिया। इसमें कई किसान, महिलाएं एवं बच्चियां घायल हैं। खनन माफिया पर पुलिस को संरक्षण देने का आरोप किसानों ने बताया कि खनन माफिया अजय पाठक पिता बृजेंद्रनाथ पाठक, मिथलेश पांडेय पिता नीलकंठ पांडेय, रामयश पटेल, आशीष शर्मा, अरुण शुक्ला एवं अन्य 6 लोगों के खिलाफ मारपीट करने एवं रामपुर बाघेलान पुलिस द्वारा खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उलटा किसानों की डंडों से पिटाई और फर्जी मामले में फंसाने का आरोप लगाते हुए पुलिस और खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक सतना से गुहार लगाई है। किसानों ने बताया कि पुलिस द्वारा खनन माफिया के खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया गया। उलटा पीड़ित किसानों के साथ मारपीट की गई। इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पीड़ित किसानों का कहना है कि पुलिस ने खनन माफिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। किसानों से मारपीट करने वाले टीआई को तत्काल बर्खास्त करे सरकार : देवेंद्र सिंह समाजवादी पार्टी युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव देवेंद्र प्रताप सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि खनन माफिया अजय पाठक, राजेश केला की शह पर मनकहरी स्थित हिनौता के पास वर्षों से अपनी जमीन में काबिज किसान परिवारों के साथ बर्बरतापूर्वक लाठी-डंडे चलाए गए। इसमें कई किसान, महिलाएं और बच्चे घायल हो गए हैं। रामपुर टीआई द्वारा किसानों के ऊपर फर्जी तरीके से धारा 384 का मुकदमा लगाकर लॉकअप में बंद कर दिया गया। जिले के आला अफसर कुंभकरण की निंद्रा में हैं। उन्होंने कहा कि खनन माफिया पुलिस के दम पर किसानों की पुश्तैनी जमीन से बेदखल करना चाहते हैं, जो सरासर अन्याय है। उन्होंने मांग की कि किसानों के ऊपर लगे फर्जी मुकदमे तत्काल वापस लिए जाएं। साथ ही दोषी टीआई और पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए। नहीं तो किसानों की मांगों को लेकर जिला कलेक्टर के समक्ष अनशन में बैठने को मजबूर होंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर पुलिस द्वारा किसानों के ऊपर किए गए अत्याचार पर कार्रवाई की मांग की है।