रायपुर, बस्तर के कोंडागांव जिले में सरकारी सामानों के सप्लाई के लिये स्थानीय संरपचों पर भारी दबाव बनाया जा रहा है। यह स्थिति कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के विधानसभा क्षेत्र की है तो पूरे प्रदेश में क्या हालात होगी। उक्त बातें नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहीं।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में एक्वागर्ड की सप्लाई को लेकर भारी भ्रष्टाचार है इसके साथ ही रायपुर की एक कंपनी द्वारा हेंडपंप रिपेंयरिंग के नाम पर अवैध पैसे लेने की बात भी समाने आयी है। पूरे इलाके में रिपेरिंग के नाम पर तय दर से अधिक राशि ली जा रही है। इस पर शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही की जा रही है। इसके साथ ही बात की जांच की जानी चाहिये कि कही रिपेंयरिंग के नाम पर केवल खाना पूर्ति तो नही की जा रही है। उन्होंने कहा कि बस्तर के सभी जिलों में एक जैसे ही हालत हैं, विकास के नाम पर भारी भ्रष्टाचार है। केन्द्रीय मदद की राशि का भी दुरूपयोग किया जा रहा है। विकास के चलाये जा रहे योजनाओं में मानक सही न होने की शिकायत भी लगातार मिल रही है। वही महिला समूह पर भी लगातार राजनैतिक दवाब बनाया जा रहा है। जिससे वे भी परेशान है।
उन्होंने कहा कि यहां प्रशासन नाम की कोई चीज ही नही है। नक्सलवाद के खौफ के साथ ही बस्तर में आर्थिक नक्सलवाद को भ्रष्टाचार के सहारे प्रोत्साहन मिल रहा है। कही भी प्रदेश सराकर की मंशा नही है कि बस्तर में विकास हो और जिन पर विकास की जिम्मेदारी है, वो मौन है। इससे सवाल उठता है कि आखिकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दिशा में जरूर कदम क्यो नही उठाया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने पूरे मसले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।