मप्र में दिखा कृषि कानून का विरोध, सैलाना विधायक ने 500 ट्रेक्टरो के साथ निकाली रैली

मप्र में दिखा कृषि कानून का विरोध, सैलाना विधायक ने 500 ट्रेक्टरो के साथ निकाली रैली

ट्रेक्टर चलाकर 7 किलोमीटर तक रैली की, ट्राली पर बने मंच से किसानो को किया संबोधित

विधायक गेहलोत ने किसानो के साथ दिखाई ताकत, कहा हम मरते दम तक किसानो  के साथ

amit nigam रतलाम/ सैलाना, खेतों के बीच से सड़क पर एक के पीछे दौड़ते सैकड़ों ट्रैक्टरों में बैठे हजारों किसानों के साथ सैलाना में रविवार को किसान बिल के विरोध में रैली निकाली गई। विधायक हर्षविजय गेहलोत के नेतृत्व में निकली रैली ग्राम हरसोला से दोपहर करीब सवा एक बजे  शुरू हुई। करीब 500 से अधिक टेक्टरो की रैली गगन भेदी नारो के साथ  ागर भ्रमण करती हुई बालक हायर सेकेंडरी स्कूल प्रांगण पहुंची। जहां विधायक के नेतृत्व में एसडीएम का कामनी ठाकुर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन प्रस्तुत कर किसान विरोधी कृषि बिलो को समाप्त करने की मांग की गई। विधायक समर्थको ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस द्वारा अब तक किसान कानूनो के बिल के विरोध में सैलाना में निकली कांग्रेस की रैल प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी रैली है।

सुबह से ही गांव हरसोला में ट्रेक्टर लेकर किसानो का पहुंचना शुरू हो गया

इसके पूर्व सुबह से ही गांव हरसोला में ट्रेक्टर लेकर किसानो का पहुंचना शुरू हो गया था जो दोपहर तक चल रहा । विधायक हर्षविजय खुद एक ट्रेक्टर चलाते हुए रैली का नेतृत्व कर रहे थे । पूर्व मंडी अध्यक्ष शेखर गेहलोत भी उनके साथ ट्रेक्टर पर सवार थे। करीब 7  किलोमीटर  की  रैली में ट्रैक्टर एवं बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता कार्यकर्ता चल रहे थे।

केंद्र व राज्य सरकारो की जमकर खिंचाई की

स्कूल प्रांगण पहुंच कर ज्ञापन देने के पूर्व विधायक गेहलोत ने ट्राली पर बनाए गए मंच से केंद्र व राज्य सरकारो की जमकर खिंचाई की और आडे हाथों लिया। उन्होंने कहा कि सरकार उद्योगपतियों के इशारों पर चल रही है। पूरे देश में किसान विरोधी कानून को लेकर चिंता व्याप्त है। पर इसके बाद भी सरकार का अड़ियल रवैया नहीं बदला है।

कांग्रेस का पूरा पूरा समर्थन

कांग्रेस का पूरा पूरा समर्थन किसानों के साथ है। जब तक यह बिल वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक कांग्रेस चैन से नहीं बैठेगी। सरकार उद्योगपतियों का हाथ का खिलौना ना बने।

जब सड़क पर बैठ गए विधायक

रैली के स्कूल मैदान में पहुंचने के बाद ज्ञापन लेने तहसीलदार आई जिसे नेताओ से ज्ञापन देने से इंकार कर दिया। एसडीएम के नहीं आने पर नाराज किसानों ने जब आक्रोश जताया और विधायक श्री गेहलोत भी प्रशासन के रैवेये से नाराज हो गए।
प्रशासनिक अधिकारी ने जानबूझ कर आने में देरी की
उन्होंने कहा कि प्रशासन के पास पहले से जानकारी थी और उनके अमले ने रास्ते में भी रैली में शामिल लोगों की संख्या भी देखी। किसान आंदोलन का महत्वपूर्ण मुद्दा होने के बावजूद प्रशासनिक अधिकारी ने जानबूझ कर आने में देरी की। नाराज होकर विधायक अपने समर्थकों के साथ सड़क पर ही बैठ गए। करीब बीस मिनिट बाद एसडीएम कामिनी ठाकुर आई और उन्हे ज्ञापन सौंपा गया ।
अनुशासन में चली ट्रेक्टर रैली ,यातायात भी रहा सुचारू
ट्रैक्टर रैली इतनी लंबी रही कि इसे देखने के लिए भी सड़क किनारे वाहन रुककर वीडियोग्राफी करते रहे।  एक के बाद एक कतार में चल रहे ट्रेक्टर सड़क  के एक तरफ अनुशासन से चल रहे थे जिससे यातायात भी बाधित नही हुआ। रैली रविवार दोपहर करीब सवा एक  बजे प्रारंभ हुई और करीब 3 घंटे से भी अधिक समय इसे नगर भ्रमण करने में लग गया।  विधायक भी एक ट्रैक्टर पर मौजूद थे, जबकि इनके पीछे प्रमुख क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों के साथ ही बड़ी संख्या में किसान और युवा शामिल थे।
एक घंटे तक कतार चलती नजर आती रही
करीब 500 ट्रैक्टर एक के पीछे एक जिस भी सड़क से गुजरे वहां करीब एक घंटे तक कतार चलती नजर आती रही। कई लोगों ने अपनी छतों और सड़क किनारे खड़े होकर मोबाईल पर इनके फोटो भी लिए और वीडियो शूटिंग भी की। रैली में शामिल युवा, किसान और नेता केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए कृषि बिल का विरोध करने के साथ ही एमएसपी को कानून
ये थे उपस्थित
ट्रैक्टर रैली में ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश पाटीदार, पूर्व मंडी अध्यक्ष शेखर गेहलोत, श्रीराम चौधरी, कोदर सिंघाड़ा, महेंद्र शुक्ला, कारू निनामा, छगन भगोरा, जितेंद्र सिंह राठौर, लक्ष्मण मईड़ा, अनिल टेलर, बृजेश चौधरी, युवा नेता हनी गहलोत, पंप्पन खा पठान, बालचंद, मान सिंह कतीजा, रामप्रसाद चंदेल, नागजीभाई, वजीर सिंह खराड़ी, चैतन्य शुक्ला आदि थे।