राशन दुकानों से जहां गरीबों को राशन कार्ड पर घटिया किस्म का चावल दिया जा रहा है। खराब चावल देखकर कई गरीब लोग लो चावल लेने से मना कर देते हैं। गर्मी का मौसम शुरु हो रहा है। ऐसे में खराब चावल खाने से लोगों की सेहत पर विपरीत असर पड़ सकता है। जब इस बात की जानकारी जिला आपूर्ति अधिकारी को मिली तो उन्होने कहा कि जिसने भी घटिया चावल गरीबों को दिया उनके खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराऊंगा। जिला खा़द्य अधिकारी कौशल ने कहा कि यदि कहीं चावल पहुंच गया है तो वे वितरण ना करें ।खराब चावल वापस कराया जाएगा। चावल वितरण करने वालों का कहना है कि हमें प्रशासन से जिस प्रकार का चावल मिल रहा है वही तो वितरण करेंगे। कु छ ले जा रहे कु छ मना कर रहे हैं। जो ले जा रहे हैं उन्हें तो देना पड़ेगा। चावल के बोरे के अंदर से गुच्छी वाला चावल निकलने से कु छ गरीब वर्ग के लोगों ने वहीं के वहीं चावल लेने के बाद वापस कर दिया है।
जिले में हर माह होता है ६04 मीट्रिक टन चावल
जिला खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में हर माह ६०४ मीट्रिक टन चावल का वितरण गरीब वर्ग को वितरित कि या जाता है। शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी गई क्रांति धान से तैयार हुआ यह चावल काफ ी पुराना होने के बाद वितरण कि या जाता है। जिससे गोदाम में रखा-रखा खराब होने लगता है। इस कारण चावल के बोरे के अंदर गुच्छी बनने लगती है। उसके बाद इल्ली भी बनने लगती है।
राशन दुकानों,सोसाटियों से होता है चावल वितरण
जिले की राशन दुकानों व ११३ सोसायटियों से गरीब परिवार के लोगों के लिए एक रुपए कि लो के हिसाब से प्रति परिवार पांच किलो चावल दिया जाता है। लोगों का कहना है जब चावल देना ही तो फि र उसे खराब करके क्यों दिया जाता है पहले भी दिया जा सकता है। जब उसमें घुन लगने लगे या फि र गुच्छी बनने लगे तभी क्यों दिया जाता है? गरीब परिवार के उमराव प्रसाद ,सलमा बी,फैजान खान ,प्रद्युम्न सिंह ,दीनदयाल सलमान खान इरफान अली ने कहा कि पहले भी ऐसा चावल दिया गया है।
वापस कर दें तो फि र रह जाते हैं वंंचित
गरीब परिवार के लोगों का कहना है जब चावल लेने के लिए राशन की दुकान पर पहुंचते हैं तो उन्हें वही खराब पुराना चावल दिया जाता है ।जिसमें या तो कचरा मिट्टी होता है या फि र गुच्छी बनी रहती है। एक राशन कार्डधारी केशव पठरिया ने बताया कि ऐसा चावल ले जाने के बाद बार बारसाफ करना पड़ता है। यदि नहीं ले जाओ तो फि र ऐसे चावल से भी वंचित रहना पड़ता है इस कारण मजबूरी में ले जाना पड़ता है।
वर्जन....
चावल खाने के लिए दिया जाता है ।यदि घटिया चावल दिया जा रहा है तो यह गलत बात हॅै आपने मेरे नॉलेज में इस बात को लाएं हैं। मैं अभी चेक कराऊंगा यदि चावल खराब दिया जाएगा तो मैं ऐसे चावल देने वाले के खिलाफ एफ आईआर दर्ज कराऊंगा। मैं ऐसे लोगों का छोड़ूंगा नहीं।सीआर कौशल फूड अधिकारी रायसेन